पेशकश : अज़ीज़ अंसारी
दि नेशन टाक्स इन उर्दू, दि पीपुल फ़ाइट इन उर्दू
डियर रीडर देट इज़ व्हाइ, आइ राइट इन उर्दू
न हो जब हार्ट इन दि चेस्ट तो फिर टंग इन दि माउथ क्यों
टु ब्युटिफ़ाय धिस लाइन, थ्रो सम लाइट इन उर्दू
पोइटरी की नशिश्तें, कल्चरल शो ही सही लेकिन
पलीज़ ऎ साहेबान-ए-दिल मुझे इनवाइट इन उर्दू
मेरी नज़्मों का ये मजमूआ है पब्लिश्ड उर्दू में
दियरफोर आइ वुड लाइक ऎ कापी राइट इन उर्दू
दियर शुड बी यक़ीनन नो मिलावट इन दि लिटरेचर
दियरफोर आइ नेवर काल शब को नाइट इन उर्दू
फ़िगार इस नज़्म में तेरी ज़ुबाँ उर्दू हो आर इंग्लिश
मगर लिक्खे हैं तूने क़ाफ़िए क्या टाइट इन उर्दू