पावागिरी सिद्धक्षेत्र ऊन में नववर्ष आध्यात्मिक पर्व के रूप में मनाया गया। प्रथम दिन भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ व अरहनाथ का मस्तकाभिषेक जैसे ही प्रारंभ हुआ, श्रद्धालुओं ने हर्षध्वनि की। प्रथम कलश व शांतिधारा का सौभाग्य प्रकाश जैन बालसमुद एवं ब्र.डॉ. उषा जैन को प्राप्त हुआ। मुनिश्री डॉ. प्रणामसागरजी के सान्निाध्य में रात्रि 12 बजे पाँच हजार दीपकों से महाआरती हुई।
मेला महोत्सव प्रभारी व उपाध्यक्ष महावीर बड़जात्या ने बताया कि नववर्ष के आगमन पर रात्रि 12 बजे मुनिश्री की महाआरती रंगीन दीपकों से हजारों श्रद्धालुओं ने की। महाआरती करने का सौभाग्य विनोद जैन, आरसी जैन खरगोन, डॉ. उषा जैन ऊन आदि ने प्राप्त किया, जबकि कुबेर बनकर रत्नवृष्टि करने के लिए कमलेश सेठी खंडवा उपस्थित थे। नववर्ष की पूर्व संध्या पर अपराह्न चार बजे से मुनिश्री के प्रवचन हुए। मंगलाचरण पं. बाबूलाल फणीश ऊन ने किया। मुनिश्री का पाद प्रक्षालन शांतिलाल रांवका परिवार बाकानेर एवं शास्त्र भेंट बाबूलाल जैन बड़वाह ने किया। हीरक जयंती महोत्सव अध्यक्ष हंसमुख गाँधी ने कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। भगवान महावीर का वर्ष 12 का बहुपयोगी कैलेंडर का विमोचन सूत मिल उपाध्यक्ष बोंदरसिंह मंडलोई व अध्यक्ष हेमचंद झांझरी ने किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष जगदीश पटेल ने पहाड़ी मंदिर पर जल मंदिर निर्माण के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। कार्यकारी अध्यक्ष अशोक पालीवाल ने बताया कि शाम 6 बजे से सामूहिक प्रतिक्रमण मुनिश्री द्वारा करवाया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी संजय जैन सनावद ने बताया कि रंगारंग गरबा प्रतियोगिता में खरगोन, लोनारा, सनावद, बेड़िया, महेश्वर की टीमों ने शानदार प्रस्तुति दी। इसमें प्रथम पुरस्कार सनावद, द्वितीय महेश्वर व तृतीय पुरस्कार बेड़िया की टीम ने जीता। कार्यक्रम में निमाड़-मालवा अंचल के अलावा मुंबई, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र से अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे। -निप्र