भारतीय हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन 23 सितंबर को हांगझोउ में एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान भारतीय दल के ध्वजवाहक होंगे।भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने बुधवार को इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए संयुक्त ध्वजवाहक बनाने का फैसला किया।एशियाई खेलों में इस दफा कुल 655 भारतीय खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं जो देश का अब तक का सबसे बड़ा दल है।
भारतीय दल के दल प्रमुख भूपेंदर सिंह बाजवा ने पीटीआई-भाषा से कहा, हमने आज काफी सोच विचार के बाद यह फैसला किया। भारतीय वुशु संघ के प्रमुख बाजवा ने कहा, इस बार एशियाई खेलों के लिए हमारे दो ध्वजवाहक होंगे - हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह और मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन।
स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा 2018 जकार्ता एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक बने थे।लवलीना ने तोक्यो ओलंपिक में 69 किग्रा वजन वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इस साल उन्होंने नयी दिल्ली में महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप की 75 किग्रा स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था।
हरमनप्रीत दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैगफ्लिकर में शुमार हैं और वह तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे जिससे भारतीय हॉकी टीम का ओलंपिक में चार दशक से ज्यादा लंबे समय से चला आ रहा पदक का सूखा समाप्त हुआ था।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम हांगझोउ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक पर निगाह लगाये होगी ताकि वह 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए स्वत: क्वालीफिकेशन हासिल कर ले।बाजवा के साथ एशियाई खेलों में चार उप दल प्रमुख होंगे। वह आईओए द्वारा कुश्ती के लिए गठित तदर्थ समिति के चेयरमैन भी हैं।
एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह में भारत का ध्वजवाहक होना गर्व की बात : हरमनप्रीत
भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि हांगझोउ में शनिवार से शुरू हो रहे 19वें एशियाई खेलो के उद्घाटन समारोह में देश का ध्वजवाहक होना गर्व की बात है।भारतीय ओलंपिक संघ ने बुधवार को हरमनप्रीत और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को 655 सदस्यीय भारतीय दल का ध्वजवाहक बनाया।
अतीत में धनराज पिल्लै (1998 और 2002), ज्योति सुनीता कुल्लू (2006), गगन नारंग (2010) , सरदार सिंह (2014) और नीरज चोपड़ा (2018) भारत के ध्वजवाहक रह चुके हैं।
हरमनप्रीत ने कहा , लवलीना बोरगोहेन के साथ संयुक्त रूप से भारत का ध्वजवाहक होना मेरे लिये फख्र की बात है। यह बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी है। मैं भावविभोर हूं।
उन्होंने कहा , मैं लवलीना को भी इस मौके के लिये बधाई देना चाहता हूं। मैं जिस जुनून और प्रतिबद्धता के साथ खेलता आया हूं, उसी के साथ टीम की अगुवाई करूंगा। इन खेलों में हमारे देश की एकता और विविधता की भी बानगी मिलेगी और मैं पूरे गर्व के साथ अपना ध्वज थामूंगा।
तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के अहम सदस्य रहे ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत ने भारत के लिये सर्वाधिक छह गोल दागे थे। हाल ही में उनकी कप्तानी में भारत ने चेन्नई में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी जीती है।
भारतीय टीम की तैयारी के बारे में उन्होंने कहा , हमारी पूरी टीम आत्मविश्वास से ओतप्रोत है। हमारा पहला फोकस ग्रुप चरण से आगे जाना है। हम किसी प्रतिद्वंद्वी को हलके में नहीं लेंगे। हर टीम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाती है।
उन्होंने कहा , हमारा लक्ष्य एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक के लिसे सीधे क्वालीफाई करना है।
भारतीय टीम को पूल ए में पाकिस्तान, जापान, बांग्लादेश, सिंगापुर और उजबेकिस्तान के साथ रखा गया है। पूल बी में कोरिया, मलेशिया, चीन, ओमान, थाईलैंड और इंडोनेशिया है।भारतीय टीम रविवार को उजबेकिस्तान से पहला मैच खेलेगी। (भाषा)