मेरा आपसे अनुरोध है कि मैं प्रजापति ब्रह्मा नहीं हूं जो आपके भविष्य के बारे में सौ प्रतिशत भविष्यवाणी कर सकूं। मैं तो मात्र अपने निज अनुभव के आधार पर अपने अनुभव को आपके सामने बांटने आता हूं।
संभव है, जो मैं कह रहा हूं उसमें कुछ कमी भी रह सकती है। आपको मेरे साथ नहीं रुकना चाहिए कि जो मैं कह रहा हूं वही पूर्ण सत्य है, इस पर अंधविश्वास नहीं करना चाहिए। इससे आपकी खोज की यात्रा रुक जाएगी। आपको अपना शोध जारी रखना चाहिए। मेरा सभी से अनुरोध कि अन्य राय लेना गुनाह नहीं है। इसी में आपका कल्याण है, इसी में आपका भला है।
हां, एक बात का दावा जरूर करूंगा कि कर्म बदल सकते हैं ग्रहों की दशा और दृष्टि दोनों ही। कर्म ही करेंगे आपका कल्याण। कर्म सुधारो, मां-बाप की सेवा करो। पति-पत्नी धर्मानुकूल आचरण करो और इस राष्ट्र के प्रति वफादारी और अपना कर्तव्य निभाते हुए इस महान कल्याणकारी महामंत्र ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करो, आपका भला होगा।
* वर्ष के प्रारंभ में सूर्य धनु राशि में * बुध और राहु-वृश्चिक राशि में * मंगल सिंह राशि में, शुक्र मकर राशि में * गुरु मेष राशि में, शनि तुला राशि में * केतु वृषभ राशि में * सूर्य और केतु का षडाष्टक योग * राहु और बृहस्पति का षडाष्टक योग * मंगल और शनि का त्रिएकादश संबंध * मंगल और राहु का चतुर्दशम योग * शनि और गुरु का समसप्तक योग * शनि और बृहस्पति की कृपा से होगा आर्थिक लाभ
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पूरे विश्व में भारत का वर्चस्व बढ़ेगा, व्यापार के दृष्टिकोण से अनुकूलता रहेगी, डॉलर के मुकाबले रुपए की मजबूती बढ़ेगी, महंगाई कम होगी गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा, कृषि के लिए उत्तम संकेत, परंतु
* राहु और मंगल का चतुर्दशम संबंध
* राहु और बृहस्पति का षडाष्टक संबंध
* राहु, बुध और सूर्य का द्विदश संबंध
* केतु और बृहस्पति का द्विदश संबंध
राजनीति में उठा-पटक का प्रबल संकेत दे रहा हैं। सरकार को अनावश्यक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ग्रह नक्षत्र प्राकृतिक प्रकोप का भी संकेत दे रहे हैं। पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधरते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। घुसपैठ, नक्सलवाद और आतंकवाद से सरकार लड़ती हुई नजर आएगी।
24 अगस्त 2012 तक राजनीतिक दृष्टिकोण से ग्रह नक्षत्र अनुकूलता का संकेत नहीं दे रहे हैं। साथ ही प्राकृतिक प्रकोप, भूकंप, भूस्खलन, रेल और सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी का संकेत नजर आ रहा हैं। जिस तरह का ग्रह योगायोग है 24 अप्रैल, 2012 तक विशेष सावधानी बरतनी पड़ेगी।