कर्क लग्न- वर्षारंभ में लग्न का स्वामी चंद्र षष्ट भाव में गुरु की राशि धनु का है। गुरु की चंद्र पर दृष्टि शुभ संकेत देती है। आपके कार्य में परिश्रम द्वारा सफलता मिलने के योग प्रबल है।
20 जून से गुरु का लग्न में उच्च का होकर भ्रमण करना सफलतादायक रहेगा। भाग्योन्नति के साथ धार्मिक कार्य भी होंगे। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय ठीक है। मंगल तृतीय भाव में है व अष्टम दृष्टि दशम भाव पर होने से शत्रु परास्त होंगे।
व्यापार-व्यवसाय में प्रगति होगी। पिता का सहयोग मिलेगा। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। बेरोजगार रोजगार पाने में सफल होंगे। पिता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा।
पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष उत्तम कहा जा सकता है। राजनीतिक व्यक्ति सावधानी रखें। दाम्पत्य जीवन में आ रही बाधाएं दूर होंगी।