धनु लग्न- लग्न का स्वामी गुरु वर्षारंभ में सप्तम भाव में वक्री है। गुरु, सूर्य-चंद्र व बुध से दृष्ट होने से दाम्पत्य जीवन में सुखद वातावरण रहेगा। दैनिक व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। अविवाहितों के लिए शुभ संकेत है।
भाग्य का स्वामी सूर्य लग्न में होने से भाग्य के मामलों में वृद्धि होगी। कई महत्वपूर्ण कार्य बनेंगे। स्वास्थ्य ठीक रहने से कामकाज में मन लगेगा। राजनीतिक व्यक्ति प्रगति पाएंगे। मंगल पंचमेश व व्ययेश होकर दशम भाव में सम है अत: आप अपनी योग्यता का भरपूर लाभ पाएंगे।
नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय सुखकारी कहा जा सकता है। व्यापार-व्यवसाय में सहयोग के साथ उन्नति होगी। पिता के किसी कार्य में सहयोग देना पड़ सकता है।
पारिवारिक मामलों में सुखद वातावरण रहेगा। प्रभाव में वृद्धि होगी। साहस बल में वृद्धि होगी। संतान पक्ष सुखद स्थिति में रहेंगे। विद्यार्थी वर्ग सुख-शांति महसूस करेंगे। यह वर्ष राजनीतिज्ञों के लिए सुखद है।
साल भर प्रगति रहेगी। शत्रु पक्ष प्रभावहीन होंगे। कोर्ट-कचहरी से संबंधित मामले सुलझेंगे।