वृश्चिक लग्न- लग्न का स्वामी मंगल वर्षारंभ में एकादश भाव में बुध की कन्या राशि पर सम होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। कुटुंब के व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा। वॉकचातुर्य का लाभ भी पाएंगे। धन की बचत के योग रहेंगे। संतान से सहयोग मिलेगा। विद्यार्थी सुखद स्थिति महसूस करेंगे।
इस वर्ष आप जितना पराक्रम करेंगे, उतना अधिक लाभ पाने में समर्थ होंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल रहेगा। शनि की उच्च स्थिति वर्ष में द्वादश भाव पर होने से शत्रु पक्ष पर सावधानी रखना होगी।
बाहरी व्यक्तियों का सहयोग मिलने से कार्य में प्रगति आएगी। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग बन सकते हैं। दाम्पत्य सुख के मामलों में वर्ष मिलाजुला कहा जा सकता है। लेखन से संबंधित मामलों में सफलता मिलेगी। संचार माध्यम से शुभ समाचार मिलेगा। इष्ट मित्रों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी।
विद्यार्थी वर्ग को सतर्कता रखनी होगी। संतान को किसी कार्य में सहयोग देना होगा। शत्रु वर्ग में सावधानी रखना होगी। विवाद से बचना होगा।