वर्ष 2015 शुक्र प्रधान है। शुक्र ग्रह स्त्री का कारक ग्रह है। अत: यह वर्ष विशेष महिलाओं के लिए लाभदायक रहेगा। शुक्र, सूर्य के नक्षत्र उत्तराषाढ़ा में है। सूर्य, शुक्र के नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा में है। इस प्रकार एक-दूसरे के नक्षत्र में ग्रहों की स्थिति है। शुक्र वर्षारंभ में धन, कुटुंब, वाणी के भाव में उच्च के मंगल के साथ विराजमान है। इस साल महिलाओं की बेहतरी के लिए कारगर योजनाएं बनेगी व उन पर अमल भी होगा।
राजनीति में महिला वर्ग की विशेष भागीदारी रहेगी। आर्थिक रूप से महिलाएं सुदृढ़ होंगी। जिन युवतियों की जन्म तारीख 6, 15, 24 हैं, वे विशेष रूप से हर क्षेत्र में प्रगति करने में सक्षम रहेंगी। इन जन्म दिनांक वाली युवतियों, महिलाओं को ओपल पहनना अति शुभ रहेगा। जो युवतियां अविवाहित हैं और उपरोक्त जन्म तारीखों में उनका जन्म हुआ है वे विवाह के बंधन में बंधेंगी। बेरोजगार युवतियां भी रोजगार पाने में सफल होंगी।
इस वर्ष युवतियों व महिलाओं को थोड़ी सावधानी भी रखनी होगी। अप्रिय घटना से बचाव के लिए सावधानी व सतर्कता जरूरी है। इस वर्ष कन्या संतति अधिक होगी। जिनके जन्म के समय शुक्र की स्थिति मजबूत होगी, वे सफलता अधिक पाएंगी। शुक्र की दशा अनुकूल व लाभदायक होगी। सौन्दर्य के प्रति महिलाओं का रुझान अधिक रहेगा। आभूषणों की खरीदारी अधिक होगी। इस वर्ष महिला वर्ग में साहस बल अधिक दिखेगा।