अंक ज्योतिष के आधार इस बार सन् 2016 का मूलांक 9 बन रहा है। मूलांक 9 का स्वामी मंगल है अत: यह वर्ष उज्जैन के लिए विशेष महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहीं पर मंगल के देवता स्वयंभू श्री अंगारेश्वर महादेव का जन्मस्थान है और पौराणिक दृष्टि से इसका उल्लेख स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में होकर इसका महत्व दिया गया है। इस वर्ष भूमि, वाहन, मकान, सुख, मुकदमे में विजय के लिए उज्जैन स्थित श्री अंगारेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना शुभ फलदायी होगा।
मूलांक 1 : 10, 19, 28 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 है जिसका स्वामी सूर्य है। इस वर्ष इस मूलांक वाले व्यक्ति को 84 महादेवों में से एक 76वें नंबर के श्री अरुणेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 2 : 2, 11, 20, 29 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 है। इनके स्वामी चंद्रमा हैं। इस वर्ष इनके आराध्य महादेव 84 महादेवों में से एक 26वें नंबर के श्री सोमेश्वर महादेव हैं।
यश और सुख के लिए 2 मूलांक वालों को इनका पूजन-अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 3 : 3, 12, 21, 30 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 3 तथा इनके स्वामी गुरु हैं।
इस वर्ष इन्हें 84 महादेवों में से एक 58वें नंबर के प्रयागेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 4 : 13, 22, 31 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 है। इनका स्वामी राहू है।
इस वर्ष इन्हें 84 महादेवों में से एक 10वें नंबर के कर्कोटेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 5 : 14, 23 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 5 है जिसका स्वामी बुध है।
इस वर्ष इन्हें 84 महादेवों में से एक 69वें नंबर के श्री संगमेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 6 : 15, 24 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 6 है। इनके स्वामी शुक्र हैं।
इस वर्ष इन्हें 84 महादेवों में से सबसे पहले आने वाले श्री अगस्त्येश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 7 : 16, 25 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 7 है व इनके स्वामी केतु हैं।
इस वर्ष इन्हें 84 महादेवों में से एक 22वें नंबर के श्री कर्कटेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।
मूलांक 8 : 17, 26 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 है व इनके स्वामी शनि हैं।
इस वर्ष इन्हें 84 महादेवों में से एक 50वें नंबर के श्री स्थावरेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना शुभ होगा।
मूलांक 9 : 18, 27 ता. को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 9 है। इनके स्वामी मंगल हैं।
इस वर्ष इन्हें 48वें नंबर के श्री अंगारेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना चाहिए।।
अंक शास्त्र में 84 महादेवों का अपना एक विशिष्ट महत्व है, क्योंकि 84 महादेवों 8+4=12, 1+2= 3 का शुभ अंक आता है। भारतवर्ष में 12 ज्योतिर्लिंगों में तीसरा स्थान श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का आता है और राशियों में तीसरा स्थान मिथुन राशि का है। अतः मूलांक 3 तथा मिथुन राशि के लिए श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग विशेष आराध्य हैं।