* अंक शास्त्र 2016 : क्या कहता है आपका मूलांक
* यह वर्ष कैसा होगा जानिए मूलांक के अनुसार
जिनका जन्म किसी भी वर्ष कैलेंडर की तारीख 1,10, 19, 28 को हुआ है तो आपका मूलांक 1 होगा। 1 अंक सूर्य से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+6=7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक केतु से प्रभावित है। केतु छाया ग्रह होने से यह जिस ग्रह के साथ होता है, उसी के अनुसार फल देता है। सूर्य के साथ होकर सूर्य के प्रभाव को दुगना करता है। जब-जब सूर्य की स्थिति मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन में होगी, तब-तब आप अपने कार्य में उन्नति के साथ सफलता अर्जित करेंगे। इन दिनों आप अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में सफल होंगे। परिवार में वृद्धि की संभावना रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े अपने कार्य में सफलता पाएंगे। राजनीतिज्ञ भी अनुकूल स्थिति पाएंगे। नौकरीपेशा को सहयोग मिलेगा। बेरोजगार भी रोजगार पाने में समर्थ होंगे। वर्ष में सूर्य व केतु का संबंध भविष्य को चमकाने में सहायक होगा। नीच का सूर्य 18 अक्टूबर से 16 नंवबर तक रहेगा। इस अवधि में कोई भी अनुबंध, नवीन कार्ययोजना, जोखिम के कार्य या शेयर मार्केट में धन लगाने से बचना होगा। उधार न लें, न दें। शत्रु वर्ग से कोई नुकसान नहीं है। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय उत्तम रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होंगे।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- प्रति गुरुवार को पूरे वर्षभर कुत्ते को रोटी खिलाएं। केसर का लंबा तिलक लगाएं। किसी मंदिर में ध्वज चढ़ाएं। ऐसा करने से नया वर्ष मनोवांछित सफलता देगा।
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आपका जन्म किसी भी वर्ष कैलेंडर की तारीख 2, 11, 20, 29 को हुआ है तो आपका मूलांक 2 है। 2 का अंक चन्द्रमा से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6=7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक केतु से प्रभावित है। चन्द्र के साथ के वर्ष में केतु का संबंध मां को बेचैन करने वाला होगा। जब-जब चन्द्र नीच राशि वृश्चिक में आएगा, तब-तब मन की स्थिति अशांत होगी। उस समयावधि में सावधानी रखें। इस वर्ष माता को कष्ट रह सकता है। सेल्समैन, कवि, चांदी के व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति, दूध, दही, छाछ विक्रेताओं को सावधानी रखना होगी। विद्यार्थी वर्ग को मन को एकाग्र कर अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना होगा। जल से संबंधी कार्यों से बचना होगा जैसे नदी तालाब में तैरने के लिए न उतरें। सर्दी-जुकाम में लापरवाही न बरतें। लेखन संबंधी दस्तावेजों में सतर्कता रखें। यात्रा करते वक्त भी काफी सजग रहना होगा। व्यापार-व्यवसाय में सलाह काम आएगी। आर्थिक प्रयासों में दिमाग को खुला रखना होगा। स्त्री पक्ष से विवाद न करें। मिलकर चलें। स्त्री वर्ग की इज्जत करना वर्ष से शुभत्व पाने के लिए उत्तम है।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- इस वर्ष अशुभ प्रभाव दूर करने के लिए मोती के साथ मून स्टोन पहनें। किसी भी कीमत में लहसुनियां न पहनें। यदि पहन रखा हो तो उतारें।
यदि आपका जन्म किसी भी वर्ष कैलेंडर की तारीख 3, 12, 21, 30 में हुआ हो तो आपका मूलांक 3
होगा। आप गुरु से प्रभावित हैं वहीं वर्ष का अंक 16, 1+6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक केतु से प्रभावित है। गुरु-केतु में मित्रता होने से इस वर्ष आपके लिए सफलताओं की संभावना लिए रहेगा। कई महत्वाकांक्षाएं पूरी करने में समर्थ होंगे। राजनीतिज्ञ इस वर्ष सुखद स्थिति महसूस करेंगे। पारिवारिक मामलों में समस्याओं का समाधान होगा। घर-परिवार में शुभ कार्य होंगे। अविवाहितों को विवाह के अवसर मिलेंगे। धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी। खर्च भी होगा। दांपत्य जीवन में संतोषजनक स्थिति का वातावरण रहेगा। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों के लिए शुभ अवसर आएंगे। मानसिक चिंताएं दूर होंगी। नौकरीपेशा के लिए प्रमोशन का समय है। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय सुखद रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होंगे। विशेष बैंक, शिक्षा, सिविल जज की परीक्षा में सफल होंगे। किस्मत आपके साथ है तो फायदा भी आप ही को लेना है।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- पुखराज पहनें। मंदिर में ध्वज चढ़ाएं। कुत्ते को प्रति गुरुवार रोटी खिलाएं। पीला वस्त्र अवश्य पहनें।
यदि आप किसी भी कैलेंडर वर्ष की तारीख 4, 13, 22, 31 में जन्मे हैं तो आपका मूलांक 4 होगा। यह राहु से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक केतु से प्रभावित है। राहु-केतु यदि वर्ष में आते हैं तो आपके जीवन में काफी परिश्रम कराते हैं तब जाकर सफलता मिलती है। परिवार में अगर कोई कार्य करें तो अपनी नीतियों को उजागर न करें। विशेष मामलों में सावधानी रखकर शुभचिंतक से सलाह लेकर कार्य करें। नौकरीपेशा के लिए वर्ष कठिनाइयों भरा रह सकता है। विद्यार्थी वर्ग को पढ़ाई पर ध्यान रखना होगा। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े मामलों में जल्दबाजी से कोई भी निर्णय न लें। नवीन कार्य-योजनाओं को इस वर्ष टालना ही बुद्धिमानी होगा। स्वास्थ्य नरम-गरम रहेगा। यात्रा को टालना होगा। जमीन-जायदाद के मामलों में जल्दबाजी न करें। शत्रुपक्ष पर गुप्त नीतियों द्वारा ही सफलता मिलेगी। राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को संभलकर चलना होगा।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- महामृत्युञ्जय मंत्र का जाप करना आपके लिए सुखद है और यह वर्ष के अशुभ प्रभाव को दूर करने में सहायक होगा। भूरा कंबल एक दिन ओढ़कर दान करें।
यदि आप किसी भी वर्ष की कैलेंडर की तारीख 5, 14, 23 में जन्मे हैं तो आपका मूलांक 5 होगा। यह बुध से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक केतु से प्रभावित है। नया वर्ष बुध व केतु के प्रभाव वाला होने से आपके कार्य सफल होंगे। यह वर्ष आपके लिए चहुंओर सफलता भरा रहेगा। बुध जब-जब मिथुन, सिंह, कन्या, मकर, कुंभ में आएगा, शक्ति में वृद्धि होगी। पारिवारिक मामलों में समय सुखद रहेगा। नौकरीपेशा हैं तो तकदीर चमकने वाली है। प्रमोशन हो सकता है। बेरोजगार रोजगार पाने में सफल होंगे। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय अनुकूल है। राजनीति से जुड़े व्यक्ति अनुकूल वातावरण पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े हैं तो लाभ के साथ प्रगति होगी। पिता के मामलों में सहयोगवादी समय रहेगा। स्त्री पक्ष का ध्यान रखना होगा। संतान पक्ष से प्रसन्नता रहेगी। अधिकारी वर्ग भी संतोषजनक स्थिति पाएंगे। शत्रुपक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। यात्रा में थोड़ी सावधानी रखना होगी। पत्रकारिता से जुड़े व लेखकों के लिए समय ठीक रहेगा।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- इस वर्ष आप केसर का लंबा तिलक लगाएं। पन्ना अवश्य पहनें। हरा चमकीला वस्त्र पहनना शुभ है। हरा पेन साथ रखें।
यदि आप किसी भी वर्ष के कैलेंडर की तारीख 6, 15, 24 में जन्मे हैं तो आपका मूलांक 6 होगा। यह शुक्र से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक केतु से प्रभावित है। इस वर्ष मनोरंजन के साधनों में वृद्धि होगी। कला के क्षेत्र से जुडे हैं, तो सफलता पाने में समर्थ होंगे। इस वर्ष विद्यार्थी वर्ग विशेषकर मेडिकल, इंजीनियरिंग, फैशन डिजाइनिंग से जुड़े व्यक्तियों को अनुकूल सफलता मिलेगी। परिवार में सहयोगवादी रवैया होने से समय प्रसन्नतादायक होगा। स्त्री पक्ष के मामलों में थोड़ी सावधानी रखना होगी। अविवाहितों के लिए समय मिला-जुला रहेगा। प्रेम संबंधों में सावधानी रखना होगी। नौकरीपेशा को लेखन संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। आर्थिक सुधार के साथ खर्च भी बढ़ेगा। जोखिम के कार्य में धन लगाने से बचें। व्यापार-व्यवसाय में जरा सी सावधानी सफलता को दुगना कर देगी। राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को थोड़ी समझदारी से चलना होगा। शत्रुपक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। शेयर-सट्टे से जुड़े लोग संभलकर चलें। स्वास्थ्य की दृष्टि से समय ठीक रहेगा।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- किसी मंदिर में सफद चमकीली ध्वजा चढ़ाएं। कुत्ते को रोटी खिलाएं। ओपेल या हीरा पहनें। लहसुनियां कदापि न पहनें। कुंआरी कन्या को शुक्रवार के दिन खीर खिलाएं।
यदि आप किसी भी कैलेंडर वर्ष की तारीख 7, 16, 25 में जन्मे हैं तो आपका मूलांक 7 होगा। यह केतु से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक भी केतु से प्रभावित है। इस वर्ष हर कार्य में सफल होंगे। इच्छित सफलता के लिए थोड़ा-सा परिश्रम करना होगा। मानसिक सुख-शांति का वातावरण बना रहेगा। परिवार में विवाद न करते हुए वाणी पर संयम रखकर चलें तो अनुकूल स्थिति पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय में स्वप्रयत्नों से अधिक से अधिक सफलता पाने में समर्थ होंगे। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम है। भाइयों का सहयोग लेकर चलें तो सफलता में वृद्धि पाएंगे। राजनीति से जुड़े व्यक्तियों के लिए समय साधारण होगा। स्त्री पक्ष का सहयोग लाभकारी रहेगा। विद्यार्थियों के लिए समय चमकीला है। पत्रकारिता से जुड़े लोग सुखद स्थिति पाएंगे। अधिकारी वर्ग के लिए समय ठीक है, लेकिन लिखा-पढ़ी में सावधानी रखना होगी।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- इस वर्ष उत्तम सफलता हेतु भैरव मंदिर में ध्वजा चढ़ाएं। प्रति गुरुवार को कुत्ते को रोटी खिलाएं। केसर का तिलक रोज लगाएं। वर्ष लाभप्रद होगा।
यदि आप किसी भी वर्ष कैलेंडर की तारीख 8, 17, 26 में जन्मे हैं तो आपका मूलांक 8 होगा। यह शनि से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक भी केतु से प्रभावित है। नववर्ष परिश्रम का रहेगा। बगैर परिश्रम के सफलता की उम्मीद कम है। परिवार में बड़ों की सलाह लेकर चलेंगे तो सफलता के साथ सहयोग मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों को संभलकर चलना होगा। व्यापार-व्यवसाय में सफलता मिलेगी। नवीन कार्ययोजनाओं में पारिवारिक सहयोग लें तो सफल होंगे। स्वास्थ्य के मामलों में समय ठीक रहेगा। राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को सतर्कता बरतनी होगी। संतान पक्ष के मामलों में मिली-जुली स्थिति रहेगी। विद्यार्थी वर्ग को परिश्रम करना होगा। दांपत्य जीवन में मिली-जुली स्थिति रहेगी। अविवाहितों के लिए समय ठीक नहीं। शत्रुपक्ष से राहत महसूस करेंगे। यात्रा योग टाल सकें, तो टालें।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- वर्ष का शुभ फल पाना है तो कच्ची जमीन पर तिल का तेल गिराएं। कुत्तों को हर शनिवार व गुरुवार रोटी डालें। किसी भी मंदिर में ध्वजा चढ़ाएं।
यदि आप किसी भी वर्ष कैलेंडर की तारीख 9, 18, 27 में जन्मे हैं तो आपका मूलांक 9 होगा। यह मंगल से प्रभावित है वहीं वर्ष का अंक 16, 1+ 6 =7 है अतः मूलांक 7 हुआ। 7 का अंक भी केतु से प्रभावित है। यह वर्ष साहस व प्रतिभा लिए होगा। कार्य में सफलता के साथ प्रगतिपूर्ण वातावरण रहेगा। अति साहस आपके लिए कठिनाइयां पैदा कर सकता है अतः सावधानी रखकर चलना होगा। व्यापार-व्यवसाय में समय अनुकूल रहेगा लेकिन सावधानी रखना होगी। नौकरीपेशा सबका सहयोग लेकर चलें तब ही सफलता मिलेगी। विद्यार्थी वर्ग व संतान पक्ष के लिए समय ठीक रहेगा। वाद-विवाद की स्थिति टालकर चलें। मन कुछ बेचैन-सा रहेगा लेकिन घबराने वाली बात नहीं। पारिवारिक मामलों में समय प्रसन्नतादायक रहेगा। आर्थिक प्रयासों में सफल होंगे। राजनीति से जुड़े व्यक्ति अनुकूल स्थिति पाएंगे। विद्यार्थी वर्ग पढ़ाई पर अधिक ध्यान देकर उत्तम सफलता का स्वाद लेने में सफल होंगे।
अशुभ प्रभाव कैसे दूर करें- वर्ष से शुभत्व प्राप्ति हेतु बजरंग मंदिर में ध्वजा चढ़ाएं। सिन्दूर का लंबा तिलक लगाने से साल भर अनुकूलता रहेगी।