इस राशि के लोग विनोदी, रचनात्मक, भावुक, उदार, गर्म दिल, हंसमुख और थोड़े अविश्वसनीय होते हैं। जानिए, यह साल क्या लाया है उनके लिए....
सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
नौकरी और व्यवसाय
सिंह राशि के जातकों के लिए वर्षारंभ में आपकी आर्थिक स्थिति कुल मिलाकर अच्छी रहेगी। नौकरीपेशा लोगों को अपनी योग्यता के बल पर उन्नति के अवसर मिलेंगे। शासकीय नौकरी करने वालों को विशेष सफलता मिलने के योग हैं। इस वर्ष आपके रुके कार्य गति पकड़ेंगे। जो व्यक्ति नौकरी या व्यवसाय कर रहे हैं, उसमें पूर्ण सफलता मिलने की संभावना है। कार्यों की सफलता आपके कार्य व आत्मविश्वास को बल देगी। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े मामलों में आप अपनी योग्यता एवं अनुभव से काफी सुधार पाएंगे। आधुनिक तकनीक को अपनाने से आपके व्यापार में वृद्धि होगी और आपका उत्पादन बढ़ेगा। नौकरीपेशा व्यक्ति वेतनवृद्धि पाएंगे और व्यवसाय से जुड़े आर्थिक लाभ मिलने से प्रसन्नता पाएंगे। आपके गुप्त शत्रु एवं विरोधी भी आपके सामने नतमस्तक हो आपके साथ अच्छे संबंध स्थापित करने का प्रयास करेंगे। किसी उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी या प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग आपको नौकरी या व्यावसायिक मामलों में काफी अच्छा लाभ प्रदान करेगा।
आर्थिक स्थिति
इस राशि वाले जातकों के लिए धन प्राप्ति का अच्छा योग बन रहा है। कोई पुराना रुका पैसा वापस मिलने से आर्थिक स्थिति में काफी सुधार होगा जिसके चलते आप अपने व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि के बारे में सोच सकते हैं या किसी नए व्यापार में निवेश कर सकते हैं। कर्ज और वित्तीय मामलों में आपके प्रयास सफल हो सकते हैं। किसी से कर्ज लिया हो तो उसे भी चुकाकर कर्ज में कमी ला सकेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होने के कारण व्यापार में सम्मान बना रहेगा। धन प्राप्ति के लिए आपको भाग-दौड़ करनी पड़ सकती है, लेकिन आपको अपेक्षित नतीजे मिलने के कारण आत्मसंतुष्टि भी होगी।
विद्यार्थियों के लिए
शिक्षा के मामलों में विचार करें तो आप नियमित पढ़ाई पर ध्यान दें। पढ़ाई के प्रति छात्रों में लगन दिन-प्रतिदिन बढ़ेगी। उच्च शिक्षा से जुड़े छात्रों का पढ़ने में अधिक समय व्यतीत होगा। शिक्षा से जुड़े किसी योग्य शिक्षक का मार्गदर्शन आपको मिलता रहेगा, जो आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। शिक्षण के अलावा बौद्धिक गतिविधियों में भी आपकी रुचि रहेगी। बैंकिंग या प्रबंधन जैसी शिक्षा के अध्ययन हेतु समय अनुकूल रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं और सरकारी या निजी क्षेत्रों में ली जाने वाली परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को अनुकूल सफलता मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
पारिवारिक जीवन
आपको अपने परिवार की ओर से आर्थिक लाभ के योग हैं या किसी कार्य में सहयोग मिल सकता है। मौज-मस्ती व मनोरंजन की पूर्ति के लिए आप खर्च करेंगे। पुरानी पैतृक संपत्ति एवं जायदाद से जुड़े मामलों की समस्या का हल मिल सकता है। जीवनसाथी के साथ तनाव संभव है इसलिए व्यर्थ के विवाद से बचें तो सुखद होगा, अत: संबंधों में किसी प्रकार की कड़वाहट न आए। वाणी व व्यवहार को संयमित रखें और अपने बीच अहम की दीवार न खड़ी होने दें। अपने जीवनसाथी से खुद को बेहतर साबित करने का प्रयास न करें। कोई करीबी व्यक्ति भी आपके संबंध बिगाड़ने का प्रयास कर सकता है इसलिए सावधान रहें। संतान के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। पिता की ओर से आपको आर्थिक सहायता मिल सकती है।
कैसा रहेगा स्वास्थ्य
इस वर्ष स्वास्थ्य कुल मिलाकर उत्तम रहेगा। आप मानसिक प्रसन्नता महसूस करेंगे। जो पहले से ही किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, उनके स्वास्थ्य में सुधार आएगा। घर में मेहमानों के आगमन से व्यस्तता महसूस करेंगे। आपकी चुस्ती-फुर्ती और ऊर्जा का स्तर अच्छा रहेगा। तंदुरुस्ती और मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए आप आध्यात्मिक विषयों का सहारा लेंगे। कुछ मौसमी बीमारियां आपको अस्वस्थ कर सकती हैं। गर्मी के कारण होने वाले रोगों से संभलकर रहें व साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें।
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वर्ष 2017 : संपूर्ण भविष्य फल
जनवरी- शत्रुपक्ष पर सावधानी रखना होगी। स्वास्थ्य मिला-जुला रहेगा। पारिवारिक वाद-विवाद से बचकर चलें। मकान-भूमि संबंधित समस्या रह सकती है। संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा। अपने विवेक से कार्य करें, तब भी सफल भी होंगे।
फरवरी- समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। शत्रुपक्ष प्रभावहीन होंगे। अकस्मात धनलाभ की उम्मीद कर सकते हैं। संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग भी सुखद स्थिति पाएंगे। जमीन-जायदाद से लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
मार्च- प्रेम संबंधों के मामलों में सावधानी रखना होगी। पारिवारिक समस्याओं का स्वप्रयत्नों से समाधान होगा। व्यापार-व्यवसाय में अनुकूल स्थिति रहेगी, वहीं नौकरीपेशा व्यक्ति भी लाभान्वित होंगे। दांपत्य जीवन में समय ठीक रहेगा।
अप्रैल- भाग्योन्नति में वृद्धि होगी व स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। नौकरीपेशा व्यक्ति भी अपने कार्य में सफल होंगे। राजनीति से जुड़े व्यक्ति भी सुखद स्थिति पाएंगे। बाहरी संबंधों में सुधार होगा। मकान-भूमि संबंधित समस्याओं का समाधान होगा।
मई- समय का सदुपयोग कर आप अपने कार्य में सफल होंगे। आर्थिक मामलों में अनुकूल स्थिति रहेगी। पराक्रम अधिक करना पड़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में मिली-जुली स्थिति रहेगी। पारिवारिक मामलों में समय सुखद रहेगा। शुभ कार्य भी होंगे।
जून- संतान पक्ष के कार्य होंगे। मनोरंजन के मामलों पर खर्च होगा। नौकरीपेशा व्यक्ति भी अनुकूल स्थिति पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय से जुड़ी समस्या का समाधान होगा। जनता से संबंधित कार्य बनेंगे। घर-परिवार में शुभ कार्य भी हो सकते हैं।
जुलाई- पारिवारिक सहयोग के साथ कार्य बनेंगे। राजनीति से जुड़े व्यक्ति अनुकूल स्थिति पाएंगे। नौकरीपेशाओं के लिए समय ठीक रहेगा। आर्थिक मामलों में किए गए प्रयासों में सफलता मिलेगी। संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा।
अगस्त- घर-परिवार की समस्या से दो-चार होना पड़ सकता है। वाद-विवाद की स्थिति से बचना होगा। जमीन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। मानसिक बेचैनी महसूस करेंगे। धन संबंधित कार्य नही रुकेंगे। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
सितंबर- साहस बल में वृद्धि होगी, स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। भाग्य के साथ देने से आपके कार्य बनेंगे। घर बनाने की सोच रहे हैं तो अभी टालना होगा। व्यापार से संबंधित कार्य बनेंगे। बाहर गांव की यात्रा हो सकती है। स्त्री पक्ष में सावधानी रखना होगी।
अक्टूबर- थोड़ी सावधानी व सतर्कता ही आपके लिए लाभकारी होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पारिवारिक मामलों में मिली-जुली स्थिति रहेगी। मातृपक्ष से चिंता रह सकती है। शत्रुपक्ष पर शांति नीति द्वारा सफलता मिलेगी।
नवंबर- नौकरीपेशाओं के लिए सावधानीपूर्वक चलने का रहेगा। वाक् चातुर्य से समस्याओं पर नियंत्रण पाने में सफल होंगे। दैनिक व्यापार में सफलता मिलेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। साझेदारी के मामलों में सतर्कता रखें।
दिसंबर- शत्रुपक्ष प्रभावहीन होंगे। भाग्य पक्ष में आ रही बाधा दूर होगी। महत्वपूर्ण कार्य भी बनेंगे। व्यापार-व्यवसाय में समय सुखद ही रहेगा। नौकरीपेशा भी अनुकूल स्थिति पाएंगे। पारिवारिक सुख-शांति के साथ शुभ कार्य भी होंगे।
वर्ष के लिए उपाय
1. तामसिक वस्तुओं का सेवन कम करें।
2. प्रतिदिन प्रात: सूर्य जल चढ़ाएं, शिवलिंग व पीपल पर जल चढ़ाएं।
3. शनिवार को काले कपड़े में उड़द दान करें, सरसों के तेल का भी दान करें।
4. पिता या पिता समान व्यक्ति की सेवा करें।
5. आदित्य हृदय स्तोत्र का नियमित पाठ करें।