मेष राशि के लोग साहसी, दृढ़ संकल्पी, आत्मविश्वासी, उत्साही, आशावादी, ईमानदार, भावुक होते हैं। जानिए 2017 के लिए कैसा होगा आपका भविष्य :
मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ।
नौकरी और व्यवसाय
मेष राशि वालों के लिए वर्ष की शुरुआत भले ही कमजोर रहे, पर मध्य अवस्था उत्तम रहेगी। कार्यस्थल में शनि की अष्टम ढैया आपको कुछ परेशान कर सकती है। वैसे मानसिक और शारीरिक रूप से आप काफी उत्साहित व ऊर्जावान रहेंगे। नौकरी या व्यवसाय में आप व्यस्त रहेंगे व आपकी मेहनत ही आपकी सफलता में सहायक होगी। आप अपने कार्यक्षेत्र में जिम्मेदारियों को समय पर पूरा करें, क्योंकि आपकी यही मेहनत रंग लाने वाली है। किसी बड़े अधिकारी की मदद मिलने से नौकरी में प्रगति की संभावना है। वेतनवृद्धि या प्रमोशन से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिल सकता है जिससे आप प्रसन्नता महसूस करेंगे। मध्य में नौकरी व व्यवसाय में सफलता पाने के विशेष योग हैं।
आपकी आर्थिक स्थिति
इस वर्ष अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए आप काफी परिश्रम करेंगे व थोड़ी सूझ-बूझ और अवसर को पहचानकर आप मनचाही आर्थिक सफलता पाने में सफल रहेंगे। आपको खर्चों पर नियंत्रण रखना उपयोगी साबित होगा ताकि अवसर आने पर पैसों की दिक्कत न हो। 26 जनवरी 2017 तक सोच-समझकर ही कोई बड़ा निवेश करें। रुका पैसा भी मिलने की उम्मीद है। शेयर बाजार में निवेश सावधानी से करें। लॉटरी व सट्टेबाजी से दूर ही रहें।
विद्यार्थियों के लिए
यह वर्ष छात्रों के लिए सुखद रहकर उत्तम रहेगा। यह वर्ष परीक्षा के परिणाम आपके लिए उत्साहित करने वाला हो सकता है। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को पढ़ाई पर ध्यान देना होगा, क्योंकि आने वाला समय आपके लिए प्रसन्नतादायक दिख रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे छात्रों के लिए समय प्रतिस्पर्धा का रहेगा और आपकी कोई भी जल्दबाजी हानिप्रद रहेगी। विदेश अध्ययन जाने हेतु यह वर्ष उत्तम है।
आपका पारिवारिक जीवन
पारिवारिक मामलों की बात की जाए तो यह वर्ष आपके लिए सामान्य कहा जा सकता है। मित्रों के साथ किसी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। किसी निकट या भाई-बंधु या दोस्तों के साथ वाद-विवाद से बचना होगा। संतान व जीवनसाथी के स्वास्थ्य संबंधी सचेत रहने की आवश्यकता है। यदि आपका जीवनसाथी सर्विस या व्यापार में है तो उसे अपने कार्यक्षेत्र में मान- प्रतिष्ठा मिलेगी। प्रमोशन के योग बनेंगे। आपको अपने पार्टनर के साथ यात्रा के अच्छे मौके मिल सकते हैं। संतान की शिक्षा में प्रगति होगी। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
कैसा रहेगा आपका स्वास्थ्य?
यह वर्ष आप शारीरिक परिश्रम की बजाय मानसिक कार्य अधिक करेंगे। बात-बात पर गुस्सा करने से आप अपने आसपास के वातावरण को तनावपूर्ण बना सकते हैं इसलिए जहां तक हो सके, तनाव न लें व गुस्से को नियंत्रण में रखें। खान-पान का ध्यान रखने की जरूरत है। गरिष्ठ भोजन करने से बचें। यात्रा के दौरान और मौसम के अनुसार अपने पहनावे के प्रति गंभीर रहें, सुबह की सैर आपके लिए लाभदायक रहेगी। मौसमी और बारिश से होने वाली बीमारियों से सतर्क रहें। स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से योगाभ्यास करें।
वर्ष 2017 : संपूर्ण भविष्य फल
जनवरी - पारिवारिक मामलों में सुखद स्थिति का वातावरण रहेगा। बाहरी संबंधों का लाभ मिलेगा वहीं धार्मिक यात्रा भी हो सकती है। संतान के कार्य बनेंगे व विद्यार्थी वर्ग के लिए समय उत्तम रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शत्रुपक्ष से बचाव होगा। शासकीय, नौकरी, व्यापार आदि के क्षेत्र में बाधा रह सहती है।
फरवरी- बाहरी संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी वहीं लाभ के योग भी बनेंगे। शत्रुपक्ष से राहत मिलेगी। कोर्ट-कचहरी के काम में सफल होंगे। व्यापार-व्यवसाय में परिश्रम द्वारा सफल होंगे। आय के साधनों में वृद्धि होगी। यात्रा सुखद होने के साथ लाभकारी रहेगी। संतान पक्ष ठीक रहेगा।
मार्च- समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। मानसिक बेचैनी दूर होगी। पारिवारिक मामलों में समय अनुकूल है तथा कोई शुभ कार्य होने की संभावना भी है। नौकरीपेशा व्यक्ति भी अनुकूल स्थिति पाएंगे। शत्रुपक्ष पर ध्यान रखकर चलना होगा। अकस्मात धन खर्च होगा।
अप्रैल- साहस बल में वृद्धि होगी। सम्मान बढ़ेगा। दैनिक व्यवसाय में सावधानी रखना होगी, वहीं जीवनसाथी के मामलों में सतर्कता बरतें। किसी के स्वास्थ्य की भी चिंता रह सकती है। पारिवारिक मामलों में समय अनुकूल रहेगा। मातृपक्ष की चिंता दूर होगी। संपत्ति का लाभ मिलेगा।
मई- संतान पक्ष के कार्य बनेंगे वहीं सुखद समाचार भी मिलेगा। मनोरंजन के साधनों पर खर्च होगा। घर-परिवार के मामलों में थोड़ी सावधानी रखना होगी। शत्रुपक्ष से बचकर चलना होगा। जीवनसाथी के मामलों में ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। नौकरीपेशा संभलकर चलें।
जून- आर्थिक मामलों में सावधानी रखकर चलें। व्यर्थ के खर्चों से बचना होगा। व्यापारिक वर्ग को नवीन कार्य में सतर्कता बरतनी होगी। पारिवारिक समय मिला-जुला रहेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय मिला-जुला ही रहेगा। प्रेम-प्रसंग के मामलों से बचकर ही चलें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
जुलाई- जीवनसाथी से लाभ के योग बनेंगे। रुका हुआ धन मिलने की संभावना अधिक है। वाणी का प्रभाव बढ़ेगा। कुटुम्ब के व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा। शत्रुपक्ष से राहत मिलेगी। पराक्रम में वृद्धि होगी, वहीं सुखद समाचार भी मिलेगा। वाहनादि सावधानीपूर्वक चलाएं।
अगस्त- घर या परिवार में किसी सदस्य का स्वास्थ्य खराब हो तो सावधानी बरतें। जमीन-जायदाद संबंधित मामलों में संभलकर चलना होगा। साझेदारी से लाभ की उम्मीद कर सकते हैं। संचार माध्यम से सुखद समाचार भी मिलेगा। भाइयों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। शत्रु परास्त होंगे।
सितंबर- वाहनादि संभलकर चलाएं। स्वास्थ्य का ध्यान रखकर चलें। आर्थिक मामलों में सावधानी रखना होगी। कोर्ट संबंधित मामलों में सतर्कता रखनी होगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए मिला-जुला समय रहेगा। मनोरंजन के मामलों में खर्च होगा। संतान पक्ष से चिंता रह सकती है।
अक्टूबर- आपके कार्यों में रुकावटों के बाद सफलता मिलेगी। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। शत्रु पक्ष प्रभावहीन होंगे। भाग्योन्नति में वृद्धि होगी। प्रभाव भी बढ़ेगा। स्वास्थ्य में सुधार कर पाएंगे। संतान पक्ष के मामलों में संतोषजनक स्थिति रहेगी। दैनिक व्यवसाय में लाभ रहेगा। पत्नी से लाभ संभव है।
नवंबर- मन में बुरे विचार न लाएं। सेक्स के प्रति रुझान बढ़ेगा। अपने जीवनसाथी के मामलों में सावधानी रखना होगी। पारिवारिक मामलों में समझदारी से काम लेना होगा। आपसी मतभेद हों तो समझदारी से सुलझाएं। नौकरीपेशा लाभान्वित होंगे। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े प्रगति पाएंगे।
दिसंबर- अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। पदोन्नति के योग प्रबल हैं। राजनीतिक व्यक्ति भी अनुकूल स्थति पाएंगे। किसी महत्वपूर्ण कार्य में पिता का सहयोग मिलेगा। साहस बल में वृद्धि होगी। आपकी महत्वाकांक्षाए भी पूरी होंगी। पारिवारिक मामलों में सावधानी रखना होगी।
वर्ष में बुरे प्रभाव से बचने के लिए उपाय...
1. हनुमानजी व भगवान शिवजी की पूजा-अर्चना करना विशेष लाभकारी रहेगा।
2. मंगल व शनिवार के दिन हनुमानजी को गुड़-चने का भोग लगाएं व हनुमान चालीसा पढ़ें। आरती करें।
3. सूर्य को प्रात: रविवार के दिन दूध-मिश्री मिले जल का अर्घ्य दें। हो सके तो शनिवार को सुन्दरकांड का पाठ करें।