भारत की सरजमीं से निकला पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आए दिन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। भारत समेत दुनिया के अधिकांश देश उसे आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश मान चुके हैं। आने वाले साल में सितारों की गणना के आधार पर कहा जा रहा है कि पाकिस्तान का इस दुनिया से नामोनिशान मिट जाएगा।
पाक के नष्ट होने व उसके द्वारा महाविनाशकारी परमाणु अस्त्रों के प्रयोग की भविष्यवाणी मेदनी ज्योतिष द्वारा वर्ष 2012 में ही की जा चुकी है। तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी अत: इस भविष्यवाणी की बहुत आलोचना की गई थी किन्तु काल के प्रवाह मे आज यह भविष्यवाणी सत्य प्रतीत हो रही है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने परमाणु हथियारों के प्रयोग की धमकी देकर इस भविष्यवाणी की पुष्टि की है।
मेदनी ज्योतिष के सुदर्शन चक्र की ज्योतिषीय गणना के अनुसार भारत की कुण्डली का सुक्ष्म विश्लेषण किया गया है। उसके अनुसार स्वतंत्र भारत की जन्मकुंडली में कर्क राशिस्थ चन्द्र, सूर्य, बुध, शुक्र एक साथ आकर पाकिस्तान के मूलभाव से षड़ाष्टक योग बना रहे हैं।
स्वतंत्र भारत की जन्मकुंडली वृषभ लग्न की है। कुंडली के लग्न में ही राहू, द्वितीय धनभाव में मारकेश मंगल, तीसरे पराक्रम भाव में चन्द्र, सूर्य, बुध, शुक्र और शनि, छठे शत्रु भाव में बृहस्पति और सातवें भाव में केतु बैठे हैं। जिसके स्वामी स्वयं भगवान् सूर्य हैं, मेदिनी ज्योतिष में किसी भी राष्ट्र की जन्मकुंडली का लग्न, द्वितीय, चतुर्थ, छठा और नवम् भाव अति महत्वपूर्ण होता है।
लग्न से उस देश की प्रगति, शासन की पारदर्शिता, सत्ता की ईमानदारी, द्वीतीय भाव से धन, पड़ोसी राष्ट्रों से संबंध, चतुर्थ भाव से देश की जनता की मानसिक स्थिति और छठे भाव से ऋण, रोग और शत्रु के बारे में जाना जाता है।
वर्तमान समय में भारत की कुंडली में अनंत कालसर्प योग बन रहा है तथा राहु की महादशा 06 जुलाई 2011 से चल रही है। उसमें भी अगस्त 2016 से शनि की अंतर्दशा आरंभ हो चुकी है। इन सभी योगों के परिणामस्वरूप 15 अगस्त 2016 के बाद देश के प्रधानमंत्री पाकिस्तान के संदर्भ में कठोर कदम उठाएंगे। नतीजतन सर्जिकल स्ट्राइक हमारे सामने हैं। 26 जनवरी 2017 से शनि धनु राशि में जा रहे हैं जो दशम, दुतीय तथा पंचम भाव को पूर्ण दृष्टि से देखेंगे। शनि भारत की जन्मकुंडली में अकेले ही राजयोग कारक हैं अतः आने वाला वर्ष 2017 भारत की एकता अखंडता एवं संप्रभुता के लिए गौरवपूर्ण तथा वरदानदायक होगा।
ज्योतिष के अनुसार पाकिस्तान का निर्माण दिनांक 14-08 -1947 समय सुबह 9.30 बजे स्थान कराची में हुआ था। जिसमें भाग्य स्थान से पूर्ण कालसर्प योग है। इस के आधार पर पाकिस्तान की कुंडली कन्या लग्न तथा मिथुन राशि की बनती है। लग्न कुंडली के अनुसार नौवें घर में बैठा हुआ राहु पाकिस्तान की मानवता विरोधी ताकत तथा हिंसात्मक रवैये को दर्शाता है।
दसवें घर में अष्टमेश मंगल की चन्द्र के साथ युति पाक सरकार की शांति विरोधी नीति व भारत के प्रति प्रतिशोध तथा कानून व्यवस्था को प्रकट करती है। लग्नेश बुध का सूर्य और शुक्र के साथ एकादश भाव में युति बनाना मानव विरोधी ताकत के प्रति शक्ति का प्रयोग तथा उसमें अन्य राष्ट्रों का सहयोग भी दर्शाता है।
भारत एवम् पाक की प्रचलित नाम राशि क्रमश: धनु एवम् कन्या है। धनु एवम् कन्या राशि के स्वामी क्रमश: देव गुरु-बृहस्पति एवम् बुध है। बुध एवम् बृहस्पति में परस्पर शत्रुता है। देवगुरु बृहस्पति क्षमावान, ज्ञानवान, अहिंसावादी एवम् सात्विक ग्रह है, जबकि इसके विपरीत बुध बेहद चालाक-अवसरवादी-बेईमान एवम् समयानुसार बदलाव की प्रकृति के मालिक है।
ग्रहों की स्थिति यह भी स्पष्ट करती है कि पाकिस्तान के कुटिल सैन्य तंत्र के कारण आतंकवादी तत्व पाकिस्तान से महाविनाशकारी परमाणु अस्त्रों को प्राप्त कर सकते हैं, जिससे भारत के गुजरात प्रांत में अहमदाबाद एवम् राजकोट क्षेत्र विशेष प्रभावित होंगे। पाकिस्तान आयोजित आतंकवादी आक्रमण के कारण भारत-पाक संबंधों में तनाव चरम सीमा पर होगा। भारत-पाकिस्तान व्यापार संधि समाप्त होगी। यह घटना 2017 में हो सकती है इस भारत-पाक युद्ध में पाक को चीन का पूर्ण सहयोग होगा।
2017 में भारत- पाक युद्ध की आशंका है किन्तु बाद में अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते चीन पीछे हटेगा और पाकिस्तान तीन खंड में बंट जाएगा और इस युद्ध में पाकिस्तान परमाणु हथियारों का प्रयोग करेगा।
ज्योतिष गणना बताती है कि उक्त परमाणु हथियार के प्रयोग से इस युद्ध में लगभग 8,000 व्यक्तियों की मृत्यु हो सकती है और लगभग 35,000 व्यक्ति इस हमले से सीधा प्रभावित होंगे।
भारत की जन्मकुंडली के द्वितीय भाव में मारकेश मंगल बैठा है तथा कुंंडली में अनंत नामक कालसर्प योग बना हुआ है जो स्वत: भंग होकर काल अमृत योग में परिवर्तित हो जा रहा है। लेकिन देश को खतरा उन गद्दारों से होगा जो भारत में ही रह कर आतंकवाद, जातिवाद, सम्प्रदायवाद और साम्यवाद जैसे संगीन अपराधों को जन्म देते हैं यही लोग इस युद्ध में अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान की मदद करेंगे। ख़ुशी की बात यह है कि भगवान् सूर्य और शनि ने अकेले ही राजयोग बनाया है इसलिए भारत देश की विजय सुनिश्चित है।