मूलांक के अनुसार जानिए क्या ला रहा है नया साल 2017 आपकेे लिए....
मूलांक एक
1 मूलांक वालों का स्वामी सूर्य है वहीं वर्ष का अंक 8 है। यह वर्ष आपके लिए सावधानीपूर्वक चलने का रहेगा। आपके कार्य सहजता से न होकर अधिक परिश्रम करने पर होंगे। व्यापारी वर्ग को काफी सावधानी से चलना होगा। नौकरीपेशा को अपने कार्य के प्रति सजग रहना होगा। 26 जनवरी के बाद सुधारजनक स्थिति रहेगी। मार्ग में आ रही बाधाएं भी दूर होंगी। आर्थिक सुधार होगा, वहीं रोजगार हेतु प्रयास करने पर सफल भी होंगे। शत्रुपक्ष से बचकर चलें तो ही आपके लिए 2017 सुखद रहेगा। जोखिम के कार्य में धन लगाने से बचना होगा। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। जमीन-जायदाद के मामलों में संभलकर चलना होगा। विद्यार्थी वर्ग पढ़ाई पर ध्यान रखकर चलें। यदि कुछ परेशानियां आती हैं तो आपको सूर्य के प्रभाव को बढ़ाना होगा। माणिक पहनें व तिल का तेल प्रति शनिवार कच्ची जमीन पर गिराएं। बगैर नमक का भोजन एक समय रविवार को सेवन करें।
शुभ अंक- 3, 9, 5, शुभ वार- गुरुवार, बुधवार, रविवार
मूलांक दो
मूलांक 2 का स्वामी चन्द्र, वर्ष का स्वामी शनि और इन दोनों में सम स्थिति रहती है। ये न मित्र हैं न ही शत्रु। यह वर्ष आपके लिए मिला-जुला होकर सुधारवादी रहेगा। आपके महत्वपूर्ण कार्य धीमी गति से बनेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से समय ठीक ही रहेगा, वहीं पारिवारिक मामलों में सहयोग के साथ धार्मिक कार्य भी होंगे। अविवाहितों के लिए यह साल कुछ लाभकारी हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति परिश्रम द्वारा सफलता पाने में समर्थ होंगे। यात्राओं की संभावना रहेगी। जो लोग विदेश में हैं, उनको कुछ लाभ की आशा रखनी चाहिए। दांपत्य जीवन में मिली-जुली स्थिति के साथ मानसिक सुख-शांति का वातावरण रहेगा। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। शत्रुपक्ष पर शांति नीति द्वारा सफलता पाने में समर्थ होंगे। मकान-भूमि संबंधित मामलों में थोड़ी सावधानीपूर्वक कार्य करें। आर्थिक मामलों में जरूर सुधार रहेगा। यदि कुछ परेशानियां हों तो माता को प्रसन्न रखें व उनका आशीर्वाद लेकर चलें। बगैर टांका लगा चांदी का छल्ला अनामिका में पहनें।
शुभ अंक- 3, 4, 8, 6, शुभ वार- गुरुवार, शनिवार
मूलांक तीन
मूलांक 3 का स्वामी गुरु है व वर्षांक 8 इसका स्वामी शनि है। गुरु-शनि में समता है। यह वर्ष आपके लिए मिला-जुला ही कहा जा सकता है। इस वर्ष आपका परिश्रम ही बोलेगा कि आप कितने सफल होते हैं। आपको अपनी योग्यता और बुद्धि कौशल द्वारा अनेक सफलताओं का स्वाद चखने को मिल सकता है। पारिवारिक मामलों में समय कुशलतापूर्वक होकर सुख-शांति का वातावरण भी रहेगा। संतान पक्ष की ओर से प्रसन्नता रहेगी। दांपत्य जीवन सुखद होकर सहयोगात्मक रहेगा। राजनीति से जुड़े व्यक्तियों के लिए मिला-जुला कहा जा सकता है। सोचे कार्य में थोड़ी रुकावट के बाद उत्तम सफलता भी मिलेगी। बेरोजगारों के लिए समय कुछ राहतभरा रहेगा, प्रयास करने पर सफल होंगे। नौकरीपेशा जल्दबाजी में न रहें। मन में संतोष रख कर ही हर कार्य में सुखद वातावरण पाएंगे। यात्राओं के योग आएंगे, जो कुछ हद तक लाभकारी भी हो सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से छुटपुट समस्या रह सकती है। खान-पान पर सतर्कता बरतें तो वर्षभर स्वस्थ ही रहेंगे। इस वर्ष पुखराज पहनना लाभकारी रहेगा।
शुभ अंक- 1, 2, 5, 9, शुभ वार- रविवार, सोमवार, मंगलवार
मूलांक चार
मूलांक 4 का स्वामी राहु है, वहीं वर्ष का मूलांक 8 है। दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। आप अपने कार्य में गुप्त तरीके से सफलता पाने में सफल होंगे। कोई कार्य करने से पहले जगजाहिर न करें, नहीं तो सफल होने में रोड़े आ सकते हैं। पारिवारिक मामलों में संतोषजनक स्थिति का वातावरण रहेगा। साहस बल बरकरार रहेगा जिसके कारण उत्साह महसूस करेंगे। आर्थिक प्रयासों में भरपूर सफलता के योग हैं। 26 जनवरी के बाद शनि जब धनु में आएगा, तब आपकी कई परेशानियां दूर होंगी। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों के लिए यह साल परिश्रम द्वारा अनुकूल स्थिति का रहेगा। नौकरीपेशा सहयोग द्वारा कार्य में सुखद स्थिति पाएंगे। राजकीय मामलों में प्रगतिपूर्ण वातावरण पाएंगे। अधिकारी वर्ग के लिए समय का सदुपयोग कर अनुकूल स्थिति पाएंगे। पिता के मामलों में थोड़ी सावधानी रखना होगी। दांपत्य जीवन में मिली-जुली स्थिति पाएंगे। शत्रु वर्ग पर प्रभाव बना रहेगा। मकान-भूमि के मामलों में सतर्कतापूर्ण कार्य करें। यदि परेशानियां आ रही हों तो एक भूरा कंबल शुक्रवार की रात ओढ़कर शनिवार को किसी बुजुर्ग को दान दें व 5 तरह का अनाज कबूतरों को खिलाएं।
शुभ अंक- 5, 7, 8, शुभ वार- शनिवार, बुधवार
मूलांक पांच
मूलांक 5 का स्वामी बुध है, वहीं वर्ष का मुलांक 8 है जिसका स्वामी शनि है। शनि, बुध के साथ मित्रता होने से आपको यह वर्ष सुखद रहकर अधिक सफलताभरा रहेगा। मानसिक प्रसन्नता के साथ उत्साह में वृद्धि होगी। बेरोजगारों को रोजगार पाने में सफलता मिलेगी। 26 जनवरी के बाद से समय अनुकूल रहेगा। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति में सुधार के साथ बदलाव भी महसूस करेंगे। नौकरीपेशा के लिए सहयोग द्वारा प्रगतिपूर्ण वातावरण मिलेगा। अधिकारी वर्ग का भी सहयोग पाएंगे। पारिवारिक वातावरण सौहार्दपूर्ण रहेगा, वहीं घर-परिवार में शुभ कार्य होने की संभावना भी रहेगी। संतान पक्ष से शुभ समाचार भी मिलेगा। अधूरे कार्य भी पूरे होने की संभावना है। स्त्री के स्वास्थ्य की चिंता भी दूर होगी। दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। आर्थिक प्रयासों में सफलता का वातावरण रहेगा। जमीन-जायदाद के मामलों में अनुकूल स्थिति का वातावरण रहेगा। महत्वपूर्ण कार्य सफल होंगे। शत्रु वर्ग से चिंतामुक्त रहेंगे। यात्रा के योग बनेंगे, जो लाभकारी भी होंगे। यदि कोई बाधा हो तो खड़े 5 मूंग के दाने नहाने के जल में डालकर प्रति बुधवार स्नान करें। बुधवार का व्रत करें।
शुभ अंक- 1, 4, 7, 8, शुभ वार- रविवार, शनिवार, शुक्रवार
मूलांक छ:
मूलांक 6 का स्वामी शुक्र व वर्ष के मूलांक का 8 है। इसका स्वामी शनि है। शुक्र-शनि में मित्रता होने से इस वर्ष अनुकूल स्थिति बनेगी। पारिवारिक प्रसन्नता के साथ सुखद वातावरण रहेगा। नवीन कार्ययोजनाओं में सफलता पाएंगे। दांपत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति सुखद स्थिति के साथ लाभान्वित भी होंगे। बेरोजगारों को नए-नए अवसर प्राप्त होंगे। नौकरीपेशा के लिए समय अनुकूल रहकर प्रगतिवादी रहेगा। सौन्दर्य के प्रति रुझान बढ़ेगा। शासकीय कार्य में आ रही रुकावट भी दूर होकर कार्य में प्रगति आएगी। यात्राओं के योग भी आएंगे। सेल्समैन, सौन्दर्य प्रसाधन व्यवसायी, ज्वेलर्स, चिकित्सक आदि के लिए यह साल लाभकारी रहेगा। संपत्ति के मामले में जो कार्य अभी तक नहीं बने हैं, वे इस वर्ष बनेंगे। साझेदारी के कार्य में सफलता मिलेगी। नवीन कार्ययोजना यदि है तो इस वर्ष पूरी होगी। भाग्य में आ रही बाधा भी दूर होगी। मानसिक सुख-शांति का वातावरण भी रहेगा। यदि कोई समस्या आ रही हो तो कुंआरी कन्या को शुक्रवार के दिन खीर खिलाएं व यथाशक्ति चांदी की वस्तु दें।
शुभ अंक- 8, 7, 4, शुभ वार- शनिवार, शुक्रवार
मूलांक सात
मूलांक 7 का स्वामी केतु है व वर्ष के मूलांक 8। 8 का स्वामी शनि है। केतु जिस ग्रह के साथ रहता है, उस जैसा ही प्रभाव देता है। केतु वर्तमान में कुंभ पर है फिर 10 सितंबर 2017 से मकर में रहेगा। कुंभ-मकर राशि के स्वामी शनि हैं। समय का सदुपयोग जितना करोगे, उतना अधिक लाभ व सहयोगवादी रहेगा। आप अपनी प्रतिष्ठा के प्रति चिंतित रहेंगे।
व्यापार-व्यवसाय के मामलों में अकस्मात लाभ व नुकसान के योग भी रहेंगे। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम रहकर जनवरी बाद प्रगतिकारक रहेगा। आपके कार्य में चली आ रही बाधा दूर होगी। पारिवारिक समय भी अनुकूल रहेगा। दांपत्य जीवन में संतोषजनक स्थिति रहेगी। नौकरीपेशा के लिए धन संबंधी कार्य में संभलकर चलना होगा। समय-समय पर आपको लाभ मिलेगा। यात्रा के योग भी बनेंगे, यात्रा लाभकारी रहेगी। शत्रुपक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। यदि वर्ष में रुकावट दिखाई दे तो श्वान को रोटी खिलाएं व किसी मंदिर में ध्वज चढ़ाएं। केसर का लंबा तिलक मस्तक पर लगाएं।
शुभ अंक- 2, 8, 7, 5, शुभ वार- शनिवार, गुरुवार
मूलांक आठ
मूलांक 8 का स्वामी शनि है व वर्ष के मूलांक का स्वामी भी शनि ही है। यह साल जनवरी बाद अत्यंत लाभकारी होगा। पिछले समय से चली आ रही परेशानियां दूर होंगी। पारिवारिक समय सुधारवादी रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में सुधार के साथ अनुकूल स्थिति रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति भी अनुकूल स्थिति पाएंगे। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। जो लोग लोहे के व्यवसाय में हैं, उनके लिए समय सुखद रहेगा। स्त्री पक्ष के मामलों में प्रसन्नतादायक स्थिति रहेगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय प्रगतिवादी रहेगा। आर्थिक परेशानियां, जो पिछले समय से चली आ रही थीं, वे दूर होंगी। तेल से संबंधित व्यवसायी समय का लाभ पाएंगे। 7 अप्रैल से 25 अगस्त तक शनि की वक्र स्थिति रहेगी व शनि 22 जून से फिर वृश्चिक में रहकर 26 अक्टूबर तक रहेगा। इस समयावधि में सावधानी रखना होगी। कोई भी कार्य जल्दबाजी में न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। राजनीतिज्ञ भी सतर्कता बरतें। बाहरी मामलों में संभलकर चलना होगा। परेशानियों के समय तिल का तेल कच्ची जमीन पर प्रति शनिवार को 1 चम्मच गिराएं। खड़े उड़द के 8 दाने स्नान के पानी में डालकर शनिवार को नहाएं।
शुभ अंक- 5, 4, 7, 6, शुभ वार- बुधवार, शुक्रवार
मूलांक नौ
मूलांक 9 का स्वामी मंगल है व वर्ष के मूलांक का स्वामी शनि है। इनकी आपस में शत्रुता है। 26 जनवरी तक मंगल की राशि वृश्चिक में रहने से काफी समय से चली आ रही बाधा धनु राशि पर जाने से दूर होगी। मन प्रसन्न रहेगा। पारिवारिक समय सुखद होगा। व्यापार-व्यवसाय में संतोषजनक वातावरण रहेगा। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम रहेगा। बेरोजगार, रोजगार पाने में समर्थ होंगे। राजनीतिज्ञ भी सुखद स्थिति में रहेंगे। दांपत्य जीवन में सुखद वातावरण रहेगा। पारिवारिक प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। शनि 22 जून से फिर वृश्चिक में रहकर 26 अक्टूबर तक रहेगा। यह समय सावधानीपूर्वक चलने का रहेगा। बाहरी व्यक्तियों से संभलकर चलें। लेन-देन संभलकर करें व किसी भी प्रकार से वाद-विवाद से बचना होगा। जोखिम के कार्य में धन लगाने से बचना होगा। परेशानियों के समय तिल का तेल कच्ची जमीन पर प्रति शनिवार को 1 चम्मच गिराएं व लाल बंदरों को गुड़ खिलाएं।
शुभ अंक- 1, 3, शुभ वार- रविवार, गुरुवार