जिन व्यक्तियों का जन्म 6, 15 तथा 24 तारीख को हुआ हो, उनका मूलांक 6 होता है। इसका प्रतिनिधि ग्रह शुक्र है। इसके नियंत्रण में काम, इच्छाएं रहती हैं। स्वयं को सजाकर रखने की क्रिया में ये माहिर होते हैं।
सुख व ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए ये सदा प्रयत्नशील रहते हैं। कला, अभिनय, चित्रकला, संगीत, काव्य आदि के ये मर्मज्ञ रहते हैं। खर्च में इनका खुला हाथ रहता है। फैशनपरस्त, चंचलता, मेलजोल व धैर्यशीलता के गुण रहते हैं। वर्ष के मध्य में ये पूरी तरह सक्रिय होते हैं। वर्ष का प्रारंभ तथा वर्षांत कठिनाइयों में बीतता है।
शुभ दिन बुधवार तथा शुक्रवार तथा 6, 15, 24 अत्यंत शुभ तथा 3, 6, 9, 12, 18, 21, 24, 27, 30 मध्यम रहती हैं। शुभ रंग हल्का नीला, हल्का गुलाबी, क्रीम रंग तथा चमकदार सफेद वरदान देने वाले माने गए हैं। रत्नों में हीरा भाग्यवर्धक है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से फेफड़ों में संक्रमण, सीने की कमजोरी, गुप्त रोग, मूत्र रोग इत्यादि संभव है। खानपान का ध्यान रखें। नशे से दूर रहकर संयमशील बनें।
यह वर्ष पारिवारिक दृष्टि से बेहद अनुकूल रहेगा। चिंता तथा परेशानियां स्वत: दूर होंगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। रोजगार प्राप्त होगा। दिखावे का कार्य जैसे अभिनय, ज्वेलरी, संगीतकार, जनरल स्टोर आदि में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल होगी।
चरस, भांग, शराब आदि नशे से दूर रहें अन्यथा बड़ी हानि संभव है। प्रतिष्ठा व समृद्धि में वृद्धि होगी। ऐश्वर्य पर खर्च होगा। वस्त्राभूषण तथा चल-अचल संपत्ति की प्राप्ति होगी।
कल्याणकारी उपाय- खटाई का परहेज करें। स्त्रियों को संतोषी माता का व्रत करना चाहिए। सोमवार व शुक्रवार का व्रत या बिना नमक-खटाई का भोजन कष्ट कम करेगा तथा इन दिनों ब्रह्मचर्य से रहें।