29 मेचो को शनि की साढ़ेसाती का अंत हो जाएगा। तीसरे भाव में यानी पराक्रम भाव में शनि का गोचर आमतौर पर अच्छे परिणाम देता है। यहां विराजमान शनि महाराज पंचम भाव, नवम भाव और द्वादश भाव को देखेंगे जिससे कई यात्राओं के योग बनेंगे। विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं या आप एक स्थान से दूसरे स्थान या एक शहर को छोडकर दूसरे शहर रहने भी जा सकते हैं।
शनिदेव की भाग्य भाव पर दृष्टि के चलते आपमें धर्म कर्म के प्रति रुचि भी बढ़ जाएगी। तीसरे भाव में शनि के गोचर के कारण भाई- बहनों की सेहत का आपको ध्यान रखना होगा। हालांकि भाई बहनों से आपके संबंध मधुर बनेंगे। पंचम भाव पर शनि की दृष्टि के चलते आपकी संतान प्रगति करेगी। आपके मित्रों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और मित्रों की ओर से सहयो मिलेगा। आप अपनी चतुराई और बुद्धिमानी कई नौकरी में सफलता प्राप्त करने में सफल होंगे। जुलाई से नवंबर के बीच पेट से जुड़े समस्या हो सकती है। माता पिता की सेहत को लेकर आप परेशान रह सकते हैं। उसके बाद का समय अच्छा रहेगा। आपको चतुराई या चालाकी के बजाए कड़ी मेहनत और ईमानदारी पर ध्यान देने की जरूरत है। कारोबार में कुछ जोखिम उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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वर्ष 2025 को बेहतर बनाने के लिए करें ये खास उपाय:-
1. शनिवार का व्रत रखना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
2. दांतों को अच्छे से साफ रखें और शनिवार के दिन नीम की दातुन करें।
3. शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शाम को छाया दान करें।
4. माथे पर प्रतिदिन केसर का तिलक लगाएं।
5. साधु-संतों को दान देते रहें।