Astrology 2025: जैसा भी ज्योतिष भविष्यवाणी में बताया जा रहा है कि वर्ष 2025 बहुत टफ रहने वाला है। वर्ष 2025 में 4 बड़े ग्रह परिवर्तन होने वाला है। शनि का मीन में, बृहस्पति का मिथुन में, राहु का कुंभ में और केतु का सिंह में गोचर होगा। यह ग्रह देश और दुनिया में बड़ा परिवर्तन करने वाले हैं। कुछ लोगों के अनुसार भारत छोड़कर पूरे विश्व में कहीं न कहीं युद्ध की स्थिति विकराल होगी और भारत में भूकंप, आंदोलनों और राजनीति के चलते अशांति का माहौल रहेगा। ऐसे में 5 महत्वपूर्ण कार्य आपको जरूर करना चाहिए। चाहे परिस्थिति खराब हो या नहीं हो। आपको और हमको पता नहीं था कि करोना आने वाला है और लॉकडाउन लगने वाला है। ऐसे ही आपको और हमको यह पता नहीं है कि भविष्य में क्या होने वाला है परंतु इस बार हमारी तैयारी पूर्ण होना चाहिए।
1. बचत और भंडारण : जरूरी नहीं है कि आप धन की ही बचत करें। आप जो भी बचा सकते हैं उसे बचाएं। आपके जीवन के लिए जो भी आप जरूरी समझते हैं उसकी बचत जरूर करें। जरूरी है कि संकट काल के लिए आप फालतू खर्च न करें। धन को बचाकर करें। यदि आप अमीर हैं और किसी भी तरह के खर्चे से आपको कोई फर्क नहीं पड़ता है तो कोई बात नहीं, फिर आप कुछ अन्य चीजों को बचाने का प्रयास करें जो आपके लिए जरूरी हो। बचत के अलावा आपको जरूरी खाद्य सामग्री और वस्तुओं का भंडारण भी करके रखना चाहिए। जैसे जरूरी दवाईयां, किराना सामान, ईंधन आदि।
2. सुरक्षित रखें किमती सामान : आपको अपने घर के जरूरी कागजात, गोल्ड और कैश को सुरक्षित तरीके से रखना चाहिए। हो सके तो इन्हें कहीं सुरक्षित स्थान पर रखें। यदि गांव में आपका या आपके निकट रिश्तेदार का कोई घर है जिन पर आप विश्वास करते हैं तो वहां इन्हें रख सकते हैं। ध्यान रहे कि जहां पर भी युद्ध का खतरा ज्यादा रहता है वहां पर कैश का प्रचलन बढ़ जाता है, क्योंकि युद्ध के कारण ऑनलाइन व्यवस्था ध्वस्त होने की संभावना रहती है। दुनिया फिर से मध्ययुगीन व्यवस्था पर पहुंच जाती है।
3. बच्चों को बनाएं आत्म निर्भर और करें उनकी सुरक्षा : अपने बच्चों को सही शिक्षा देकर युद्ध या किसी भी संकट काल से सुरक्षित रहने के तरीके बताना चाहिए। बच्चों में किसी भी प्रकार का डर न बैठाएं बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना सिखाएं। एकदम से छोटे बच्चे तो आप पर ही निर्भर रहते हैं तो उनकी व्यवस्था पहले करें।
4. सकारात्मक सोच और सतर्कता : संकट कैसा भी हो घबराएं नहीं और अपनी सोच को सकारात्मक एवं दिमाग को शांत रखकर काम करें। संकट की घड़ी में साहस, अनुभव, जानकारी और संपर्क का लाभ उठाएं और हमेशा सतर्कता से रहें। नकरात्मक सोच को अपने उपर हावी न होने दें। इसके लिए आप संगीत सुने या कोई भी इंस्ट्रूमेंट बजाना सीखें ताकि आपका दिमाग निर्णय लेने की क्षमता की ओर दौड़ने लगे।
5. सुरक्षित ठिकाना : आप कहीं भी रहते हों लेकिन संकट काल में आपके पास आपका खुद का या किसी खास परिचित का सुरक्षित ठिकाना जरूर होना चाहिए। दुनिया के वे सभी इलाके युद्ध से सुरक्षित रहते हैं जो कि ठेठ ग्रामीण या जंगली क्षेत्र हैं। इंटिरियर इलाकों में युद्ध की आग नहीं पहुंचती है। यदि आप घनी शहरी आबादी में रहते हैं तो आपको भी सुरक्षित ठिकाने ढूंढना होंगे। यदि आप समाज और सरकार का सहयोग कर सकते हैं तो पहले अपने परिवार को सुरक्षित जगह पर रखें। उन इलाकों में अन्न जल का उतना संकट नहीं रहता है। यदि आप सक्षम हैं तो अपने फार्म हाउस को अपना सुरक्षित ठिकाना बनाएं। कोरोना काल के बाद अब लोगों की यह सोच बनती जा रही है कि जमीन का सुरक्षित घर और फार्म हाउस होना चाहिए जो कि शहर से इतनी दूर हो कि वहां पर आसानी से आया जा सके। फॉर्म हाउस पर आप जिंदा रहने के सभी जरूरी सामान जुटाकर रखें। जैसे लालटेन, सिगड़ी, मल्टीपल पेचकस, चकमक पत्थर, फोल्डिंग डंडा, घट्टी, सिलबट्टा और खल बत्ता, डायरेक्शन बताने वाला कंपास, सूखी खाद्य सामग्री, बैटरी या सेल वाला रेडियो, केटली और सुराही, मिक्सर, किचन का जरूरी सामान आदि। इसी के साथ ही सोलर सिस्टम लगाकर रखें।