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जुलाई 2010 : ज्योतिष की नजर में

सब प्रकार के अन्न महँगे होंगे

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पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे

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समय काल के अनुसार परिस्थिति परिवर्तन इस बह्माण्ड का विधान रहा है। जब-जब परिवर्तन आया है उसके शुभ-अशुभ परिणाम सामने आए हैं। जिसका प्रभाव प्रत्येक जीव पर होता है। इससे सबसे अधिक प्रभावित मनुष्य का जीवन होता है। देखें जुलाई माह में ग्रहों का राशि अथवा नक्षत्र परिवर्तन का प्रकृति, मानव एवं अन्य जीव पर क्या प्रभाव होता है।

जुलाई को बुध अपने नक्षत्र का परिवर्तन कर पुनर्वसु नक्षत्र में प्रवेश करेगा जिसके परिणामस्वरूप लोगों का आपस में मेलजोल बढ़ेगा एवं देश के प्रति जाग्रता उत्पन्न होगी। व्यापारी वर्ग प्रसन्न होगा। विशेषकर सूत, कपास के भावों में मंदी आएगी। परंतु बालकों को पीड़ा रहेगी। 5 जुलाई को स्वर्ण व्यापारी, पशु व्यापारी के लिए लाभांश वाला समय रहेगा। इस दिन शुक्र सिंह राशि में प्रवेश करेगा परिणामस्वरूप स्वर्ण, पशु एवं लाल वस्तुएँ महँगी होंगी। अनाज व्यापारी लाभान्वित होगा। सब प्रकार के अन्न महँगे होंगे।

इससे वर्षा योग कम बनते हैं परंतु बुध का कर्क राशि में परिवर्तन कष्टदायक होगा। ज्यादा सुखकारी नहीं रहेगा। मंगल-शनि एक-दूसरे के द्वादश एवं द्वितीय भाव में बैठने से वायुयान दुर्घटनाएँ, वाहन दुर्घटनाएँ अधिक होने की संभावना बनती है तथा समाज विरोधी कार्य होंगे। आतंकी दुर्घटनाएँ, देशद्रोही तत्व गतिविधियाँ उत्पन्न कर भय पैदा करेंगे। जुलाई मध्य में खंडवृष्टि कहीं-कहीं बूँदा-बाँदी होगी। कुछ भागों में सामान्य वर्षा तो कहीं-कहीं तेज बादल के साथ छींटे पड़ेंगे।

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इस माह घोड़े के व्यापारी खुश होंगे। मंगल का उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश हो रहा है जो यह भाव बढ़ाएगा। परंतु वर्षा में कमी होगी। पशुओं पर विपत्ति आएगी। चंदन एवं कपड़ा व्यापारी को लाभांश मिलेगा। मंगल का परिवर्तन (राशि) चंदन रेशमी वस्त्र, लाल वस्तुएँ इसी के साथ त्रयोदशी से बुध के प्रभाव से स्वर्ण के भाव में तेजी आएगी एवं सभी धान्यों के भाव में समानता आएगी।

सूर्य अपनी राशि परिवर्तन करेगा इसके फलस्वरूप दक्षिण तथा पश्चिम के देशों में दुर्भिक्ष आदि का भय, उत्तर के देशों में युद्ध आदि का भय और पूर्व के देशों में सुर्भिक्ष आदि शुभ फल प्राप्त होगा। सूर्य के आगे बुध, शुक्र के स्थित होने से अधिकांश भागों में छिटपुट वर्षा होगी। कुछ भागों में पर्याप्त वर्षा होगी। कुछ भागों में प्राकृतिक प्रकोप से हानि होने की संभावना है। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब,‍ बिहार, मध्यप्रदेश, असम, उड़ीसा, उत्तरप्रदेश, कश्मीर में कहीं-कहीं खंड एवं कहीं व्यापक वर्षा होगी।

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