देवता: दुर्गा दिवस : बुधवार वाहन : सिंह भाव : बारहवें स्थान के स्वामी गोत्र व जाति : अत्रि गोत्र, चंद्रवंशी पेशा : दलाल या व्यापारी विशेषता : चापलुसी शक्ति : बोलना, लोगों में दबदबा रखना गुण : दिमागी कसरत, बोलना, मित्रता धातु : हीरा और पन्ना वर्ण : बुध का रंग श्याम है और इनकी 18 किरणें हैं। शरीर के अंग : दिमाग का ढांचा, जीभ, दांत, नाड़ियां, नाक का सिरा
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वस्त्र : टोपी, नाड़ा, तगारी, पेटी पशु : बकरा, बकरी, भेड़, चमगादड़ वृक्ष : केला, चौड़े पत्ते के पौधे नक्षत्र : आश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती भ्रमण : बुध 25 दिन तक एक राशि में निवास करते हैं। ग्रहों में इन्हें युवराज कहा गया है। इनमें पृथ्वी तथा वायु दोनों तत्व मौजूद है। दिशा : पूर्व दिशा बल : शुक्र और बुध दोनों ही एक ही भाव में हो तो बुध बलशाली। अन्य नाम : चंद्र पुत्र, बोधन, सौम्य, शांत, शशिसुत, हेम्प और उतारुद। स्वभाव : अति चतुर और हास्य प्रधान। स्त्रेण और नपुंसक दोनों तत्व मौजूद। शुभ हो तो जवानी का भरपूर जोश। राशि : कन्या और मिथुन राशि के स्वामी बुध के सूर्य़, शुक्र और राहु मित्र, चंद्र शत्रु और मंगल, गुरु, शनि और केतु सम।