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मासिक पंचांग- सितंबर 2017 : पढ़ें समस्त जानकारी एक जगह पर...

हमें फॉलो करें मासिक पंचांग- सितंबर 2017 : पढ़ें समस्त जानकारी एक जगह पर...

आचार्य डॉ. संजय

* सितंबर 2017  : मासिक पंचांग जानने के लिए क्लिक करें... 
 
'वेबदुनिया' पाठकों के लिए यहां विशेष रूप प्रस्तुत है सितंबर माह का मासिक पंचांग।  जिसमें आप जानेंगे सितंबर माह का संपूर्ण कैलेंडर, व्रत-त्योहार, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष एवं  अन्य समग्र जानकारी एक ही जगह पर...। 
 
सितंबर मासिक पंचांग 
 
दिनांक  मासिक कैलेंडर/पंचांग 
1. सितंबर  दशमी तिथि वृद्धि।
2. सितंबर  जलझूलनी व्रत सबका। डोल ग्यारस (मप्र)। वामन द्वादशी व्रत। वामनावतार। वामन जयंती। ईदुज्जुहा (बकरीद)। बुध उदय पूर्व में 21/14 पर।
3. सितंबर  श्रवण द्वादशी व्रत। प्रदोष व्रत। दुग्ध व्रत। गो त्रिरात्र व्रत। हरिवासर 9/37 से 11/13 तक।
4. सितंबर  गुरु रामदास गुरयाई दिवस। शुक्र आश्लेषा नक्षत्र में 25/05 पर।
5. सितंबर  अनंत चतुर्दशी व्रत। कदली व्रत पूजन। रम्भा रोपण। व्रत की पूर्णिमा। इन्द्र श्राद्धारंभ। प्रौष्ठपदी पूर्णिमा। इंदुला। महालया श्राद्धारंभ। पूर्णिमा श्राद्ध (12/41 के बाद)। सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन जयंती। शिक्षक दिवस। बुध मार्गी 28/39 पर।
6. सितंबर  स्नान-दानादि की भाद्रपदी पूर्णिमा 15। प्रतिपदा श्राद्ध (12/33 के बाद)। उमा-महेश्वर पूजन-व्रत। कु. संध्या पूजा। आपस्तंभ तैतरीय, यजुर्वेदीय, अथर्ववेदीय उपाकर्म। भागवत सप्ताह समाप्त। भाद्रपद मासीय व्रत-यम-नियमादि समाप्त। इष्टि। गुरु अमरदासजी जोति जोत।
7. सितंबर 
आश्विन मास कृष्ण पक्षारंभ। आश्विन मास में दूध का त्याग करना चाहिए। पितृपक्ष आरंभ (मतांतर से)। अशून्य शयन द्वितीया व्रत। आश्विन मासीय व्रत- यम-नियमादि प्रारंभ। द्वितीया श्राद्ध (11/52 के बाद)।
8. सितंबर  तृतीया श्राद्ध (10/44 के बाद)। अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस।
9. सितंबर  संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत। चन्द्रोदय 20/26 पर। चतुर्थी श्राद्ध (9/13 के बाद)। ब्रह्मावर्त (बिठूर) में सिद्ध गणेश मंदिर में अभिषेक।
10. सितंबर  पंचमी श्राद्ध। भरणी श्राद्ध। गुरु अंगददेव गुरयाई दिवस। पंचमी तिथि क्षय।
11. सितंबर  षष्ठी श्राद्ध। चन्द्र षष्ठी व्रत। मंगल उदय पूर्व में 18/13 पर।
12. सितंबर  सप्तमी श्राद्ध। गुरु तुला राशि में 28/10 पर।
13. सितंबर  अष्टमी श्राद्ध। जीवित्पुत्रिका (जीउतिया) व्रत। श्री महालक्ष्मी व्रत। कालाष्टमी। अशोकाष्टमी। बुधाष्टमी पर्व। सूर्य उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में 20/22 पर। सूर्य-सूर्य, स्त्री-पुरुष योग, वाहन मण्डूक, नाड़ी दहना, तदीश मंगल (पुरुष) अत: श्रेष्ठ वर्षा हो।
14. सितंबर  मातृ नवमी। नवमी श्राद्ध। सौभाग्यवती स्त्रियों का श्राद्ध आज ही करना चाहिए। जीवित्पुत्रिका व्रत का पारण। हिन्दी दिवस।
15. सितंबर  दशमी श्राद्ध। गुरु नानकदेवजी जोति जोत। शुक्र मघा नक्षत्र व सिंह राशि में 24/26 पर।
16. सितंबर  इंदिरा एकादशी व्रत सबका। एकादशी श्राद्ध। सूर्य की कन्या संक्रांति 24/40 पर। चन्द्र दर्शन मु. 30 साम्यर्घ। संक्रांति का पुण्यकाल अगले दिन। बुध पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में 7/05 पर।
17. सितंबर 
प्रदोष व्रत। युगादि। द्वादशी श्राद्ध (14/42 के पूर्व)। चक्रांकित महाभागवतों, संन्यासी, यति, वैष्णवों का श्राद्ध आज ही करना चाहिए। विश्वकर्मा पूजा। संक्रांति का विशेष पुण्यकाल सूर्योदय से घं. 7 मि. 04 तक। गृह-वस्त्र दान, गोदावरी में स्नान, संकल्पादि में प्रयोजनीय शरद ऋतु प्रारंभ। मंगल पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में 26/46 पर।
18. सितंबर  त्रयोदशी श्राद्ध (13/08 के पूर्व)। चतुर्दशी श्राद्ध (13/08 के बाद) मघा श्राद्ध। मास शिवरात्रि व्रत। शस्त्रादि से मृत लोगों का श्राद्ध आज ही करना चाहिए। सौर (कन्या) आश्विन मासारंभ।
19. सितंबर  श्राद्ध की अमावस्या। अमावस्या श्राद्ध (11/53 के बाद)। पितृ विसर्जन। महालया समाप्त। सर्वपैत्री। अज्ञात तिथि वालों का श्राद्ध आज ही करना चाहिए।
20. सितंबर
स्नान-दानादि की अमावस्या। दौहित्र कृत मातामह श्राद्ध।
21. सितंबर  चन्द्र दर्शन मु. 30 साम्यर्घ। शारदीय नवरात्रारंभ। कलश स्थापन। ध्वजारोहण। महाराजा अग्रसेन जयंती।
22. सितंबर  सायन तुला राशि में 25/41 पर। हिजरी सन् 1439 मोहर्रम पहला माह प्रारंभ।
23. सितंबर  राष्ट्रीय आश्विन मासारंभ।
24. सितंबर  वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत। ब्रह्मावर्त (बिठूर) में सिद्ध गणेश मंदिर में अभिषेक। बुध उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में 6/41 पर।
25. सितंबर  उपांग ललिता पंचमी व्रत। ललिता पंचमी। सोमवती पंचमी पर्व। बुध अस्त पूर्व में 16/22 पर।
26. सितंबर 
बुध कन्या राशि में 10/28 पर। शुक्र पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में 26/20 पर।
27. सितंबर  मूल नक्षत्र में सरस्वती देवी का आवाह्न। भद्रकाली अवतार। अन्नपूर्णा परिक्रमा प्रारंभ 19/09 बजे से। ओली प्रारंभ (जैन) चतुर्थी पक्ष। सूर्य हस्त नक्षत्र में 5/56 पर। सूर्य-सूर्य, स्त्री-नपुंसक योग, वाहन मूषक, वायु नाड़ी, तदीश सूर्य (पुरुष), अत: बहुत हवा चले अनावृष्टि हो।
28. सितंबर  दुर्गाष्टमी व्रत। महाष्टमी। अष्टमी का हवनादि आज ही करें। पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में सरस्वती देवी का पूजन। अन्नपूर्णा परिक्रमा समाप्त 21/37 बजे। ओली प्रारंभ (जैन पंचमी पक्ष)। श्री अष्टभुजी दुर्गा शक्तिपीठ (दुर्गा मंदिर) कानपुर में शतचंडी यज्ञ का हवन पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद वितरण। शक्ति संगीत सभा।
29. सितंबर  श्री दुर्गानवमी व्रत। श्री महानवमी। नवमी का हवनादि आज ही करें। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में सरस्वती देवी के निमित्त बलिदान। मन्वादि 9।
30. सितंबर  श्री विजयादशमी। विजय मुहूर्त 14/08 से 14/53 तक। शमी पूजा। अपराजिता पूजा। नीलकंठ दर्शन। राजाओं का पट्टाभिषेक। बौद्धावतार 10। सीमोल्लंघन। शस्त्रादि पूजा। श्रवण नक्षत्र में सरस्वती देवी का विजर्सन।

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