1 अगस्त 2018, बुधवार को दोपहर 12 बजकर 17 मिनिट से शुक्र ने राशि परिवर्तन कर कन्या राशि में प्रवेश किया है। कन्या राशि में शुक्र नीचराशिस्थ होते हैं। शुक्र को नैसर्गिक भोगविलास व दाम्पत्य का कारक माना जाता है। फ़िल्म इंडस्ट्री, फ़ैशन, गीत-संगीत, ललित-कलाओं में शुक्र का प्रतिनिधित्व होता है।
शुक्र का नीचराशिस्थ होना इन सभी क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों के लिए प्रतिकूल फलदायक रहेगा। आइए जानते हैं कि शुक्र का नीच राशि कन्या में प्रवेश समस्त 12 राशियों पर अपना क्या प्रभाव देगा-
1. मेष- मेष राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार शत्रुता में वृद्धि होगी। शत्रु प्रभावी होंगे। साझेदारी से हानि होगी। जीवनसाथी से मतभेद होंगे। दुर्घटनाग्रस्त होने की सम्भावना है।
2. वृष- वृष राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार पुत्र से लाभ होगा। धन की प्राप्ति होगी। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रु पराजित होंगे। पुत्र जन्म के योग बनेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफ़लता प्राप्त होगी। प्रेम सम्बन्ध सफ़ल होंगे।
3. मिथुन- मिथुन राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार मनोअभिलाषाएं पूर्ण होंगी। आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। भोग-विलास की सामग्री प्राप्त होगी। सम्पत्ति प्राप्ति के योग बनेंगे। वाहन सुख प्राप्त होगा। सम्बन्धियों से स्नेह प्राप्त होगा। माता से लाभ होगा। मन प्रसन्न व आनन्दित रहेगा।
4. कर्क- कर्क राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार साहस-पराक्रम में वृद्धि होगी। धन लाभ होगा। अधीनस्थों का सहयोग प्राप्त होगा। भाग्योदय होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा।
5. सिंह- सिंह राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। सन्तान प्राप्ति का योग बनेगा। विद्यार्थी वर्ग को परीक्षाओं में सफ़लता प्राप्त होगी। विद्याध्ययन में रुचि बढ़ेगी। शत्रु पराभव होगा। स्त्री सुख प्राप्त होगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी।
6. कन्या- कन्या राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। शत्रु परास्त होंगे। अविवाहितों का विवाह होगा। घर में सन्तान का जन्म होगा। व्यापार में लाभ होगा। विद्यार्थी वर्ग का विद्याध्ययन में मन लगेगा। स्त्री जाति से लाभ होगा।
7. तुला- तुला राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार मित्रों से लाभ होगा। आर्थिक उन्नति होगी। भोग-विलास के संसाधनों की प्राप्ति होगी। उत्तम शैय्या सुख प्राप्त होगा।
8. वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। प्रेम सम्बन्ध सफ़ल होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
9. धनु- धनु राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार शारीरिक कष्ट होगा। मानसिक चिन्ता में वृद्धि होगी। व्यर्थ धन हानि होगी। कार्यक्षेत्र में विघ्न आएंगे। शत्रु प्रभावी होंगे। स्त्री जाति से कष्ट होगा। राज्य की ओर से परेशानियां आएंगी। सम्बन्धियों से विवाद होगा।
10. मकर- मकर राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार प्रत्येक कार्य में लाभ होगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। बन्धु-बान्धवों से लाभ व सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य का साथ प्राप्त होगा।
11. कुम्भ- कुम्भ राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। संकटों से मुक्ति मिलेगी। भोग-विलास की सामग्री प्राप्त होगी। सम्बन्धियों से लाभ होगा।
12. मीन- मीन राशि वाले जातकों को शुक्र के गोचर अनुसार प्रतिष्ठा धूमिल होगी। अथक परिश्रम का अपेक्षित फ़ल प्राप्त नहीं होगा। जीवनसाथी से विवाद होगा। स्त्री जाति के कारण अपमानित होने की सम्भावना है। धनहानि होगी। मूत्र सम्बन्धी विकारों के कारण कष्ट होगा। व्यर्थ प्रवास व यात्राएं होंगी।
शुक्र के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय -
1. शुक्रवार को शुक्र का दान करें- (दान सामग्री : श्वेत वस्त्र, सौंदर्य सामग्री, इत्र, चांदी, शकर, दूध-दही, चावल, घी, स्फ़टिक, सफ़ेद पुष्प)
2. शुक्रवार के दिन ब्राह्मणों को श्वेत मिष्ठान्न या खीर खिलाएं।
3. शुक्रवार को मन्दिर में तुलसी का पौधा लगाएं।
4. प्रत्येक शुक्रवार चींटियों को आटा व पिसी शकर मिश्रित कर डालें।
5. सफ़ेद गाय को नित्य चारा व रोटी दें।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र