पुरुषोत्तम मास में श्रीहरि विष्णु पूजन के साथ तिथि अनुसार दान करने से मानव को कई गुणा अधिक फल प्राप्त होता है। साथ ही इस माह कथा श्रवण का अत्याधिक महत्व है।
इस माहात्म्य को शुभ फलदायी बनाने हेतु मनुष्य को पुरुषोत्तम मास में अपना आचरण अति पवित्र व अच्छे चरित्र को उजागर करने वाला सद्व्यवहार करना चाहिए। पुरुषोत्तम मास में दिए जाने वाले दान-धर्म बड़ा महत्व है। आइए जानें पुरुषोत्तम मास में तिथिनुसार किन चीजों के करें दान :-
पुरुषोत्तम मास की तिथिनुसार दान सामग्री :
* प्रतिपदा (एकम) के दिन घी चांदी के पात्र में रखकर दान करें।
* द्वितीया के दिन कांसे के पात्र में सोना दान करें।
* तृतीया के दिन चना या चने की दाल का दान करें।
* चतुर्थी के दिन खारक का दान करना लाभदायी होता है।
* पंचमी के दिन गुड एवं तुवर की दाल दान में दें।
* षष्टी के दिन अष्ट गंध का दान करें।
* सप्तमी-अष्टमी के दिन रक्त चंदन का दान करना उचित होता है।
* नवमी के दिन केसर का दान करें।
* दशमी के दिन कस्तुरी का दान दें।
* एकादशी के दिन गोरोचन या गौलोचन का दान करें।
* द्वादशी के दिन शंख का दान फलदाई है।
* त्रयोदशी के दिन घंटाल या घंटी का दान करें।
* चतुर्दशी के दिन मोती या मोती की माला दान में दें।
* पूर्णिमा/अमावस्या के दिन माणिक तथा रत्नों का दान करें।