पंचांग के अनुसार आश्विन मास में पुरुषोत्तम (अधिक) मास 18 सितंबर से शुरू हो गया है और इस मास का समापन 16 अक्टूबर 2020 को होगा। यह भगवान विष्णु का प्रिय महीना है। इस महीने में कुछ खास उपायों को आजमा कर आप जीवन के सभी कष्ट दूर कर सकते हैं।
आइए जानें पुरुषोत्तम या अधिक मास में कौन-कौन से उपाय करें :-
1. किसी देवस्थान के नियमित दर्शन करना चाहिए।
2. परिजन, मित्र सहित किसी तीर्थस्थल पर दर्शन के लिए जाना चाहिए।
3. किसी धर्मस्थल की परिक्रमा आपके जीवन में आनंद का संचार करेगी।
4. पुरुषोत्तम मास में जहां तक संभव हो सके तो मासपर्यंत भूमि पर शयन करना चाहिए।
5. शुभ फल की प्राप्ति के लिए नियमित रूप से सूर्योदय के पूर्व स्नान करके गुरु के चित्र के दर्शन एवं पूजन करें।
6. भजन या धार्मिक संगीत सुनना या करना-करवाना आपको सुखकारी रहेगा।
7. ईष्टदेव का जप 108 बार प्रतिदिन करने से सुख-शांति मिलेगी।
8. इस मास में किसी धार्मिक ग्रंथ का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी।
9. मंदिर या धार्मिक स्थल की पवित्रता के कार्य में सहयोग करने से लाभ मिलेगा जैसे झाड़ू लगाना, पोंछा लगाना आदि।
10. घी और तेल के दीपक लगाकर कम से कम आधे घंटे एक निश्चित समय पर मौन रखने से मानसिक शक्ति वृद्धि होगी।
11. नियमित रूप से किसी संत या महापुरुष की सेवा करना अथवा उनका चरित्र पढ़ना आपके लिए प्रगतिकारक होगा।
12. किसी देवता का नाम या मंत्र का लेखन प्रतिदिन 108 बार करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी।
पुरुषोत्तम मास में किए गए इन विशेष उपायों के अतिरिक्त मनुष्य को ध्यान-दान, पूजा-पाठ, व्रत-जप आदि अवश्य करना चाहिए। इससे जीवन के सभी कष्टों और परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।