वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी अक्षय तृतीया इस बार 3 अप्रैल 2022 मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है। यानी की पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त रहता है। इस दिन 5 महायोग भी बन रहे हैं। 100 वर्षों तक ऐसे दुर्लभ योग देखने को नहीं मिलेंगे। ऐेसे में आप ये 10 शुभ दान करके लाभ उठा सकते हैं।
5 महायोग : इस दिन 3 राजयोग बन रहे हैं- शुक्र के अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य राजयोग, गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग और शनि के अपने घर में विद्यमान होने से शश राजयोग बन रहा है। इसके साथ ही दो शुभ योग बन रहे हैं- मंगलवार को रोहिणी नक्षत्र है और इसी दिन शोभन योग भी है। इस दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में और सूर्य भी अपनी उच्च राशि में रहेंगे। शुक्र, सूर्य, चंद्र, गुरु और शनि की ऐसी शुभ स्थिति अब करीब 100 वर्षों तक नहीं बनेगी। यानी इस बार अक्षय तृतीया पर सूर्य, चंद्रमा, शुक्र उच्च राशि में और गुरु, शनि अपनी ही राशि में रहेंगे। इतना ही नहीं केदार, शुभ कर्तरी, उभयचरी, विमल और सुमुख नाम के पांच राजयोग भी बन रहेंगे।
अक्षय तृीतया के 10 शुभ दान :
1. कुंभ दान : जल से भरा मिट्टी का घड़ा मंदिर में दान करें। साथ ही कुल्हड़, सकोरे भी दान करें।
2. अन्न दान : इस दिन सत्तू, ककड़ी, खरबूजा, चावल, दूध, दही, घी, फल, इमली, सब्जी, शहद, पंचमेवा, पंचधान, सीधा दान आवश्य करें।
3. वस्त्र दान : कुर्ता, पायजामा, धोति आदि।
4. पंखा, खड़ाऊं, जुते-चप्पल और छाता दान करें।
5. पलंग, कंबल, चादर, गादी, रजाई, तकिया।
6. गौ दान : गौ या भूमि।
7. कॉपी किताब।
8. सोना या चांदी।
9. श्रृंगार का सामान : दर्पण, कंघा, तिलक आदि।
10. पिण्डदान : अगर आपने साल भर कोई भी दान नहीं किया है तो अक्षय तृतीया के दिन विष्णु भगवान और अपने पितरों के लिए दान-पुण्य करें।
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