Ang ka fadakna shubh ya ashubh : शकुन अपशकुन शास्त्र, समुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में शरीर के अंगों के फड़कने के अर्थों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। आओ जानते हैं शरीर के ऐसे 5 संकेत जिससे यह ज्ञात होता है कि मुसीबत आने वाली है। कहते हैं कि किसी भी घटना के घटने से पहले हमारे शरीर के कुछ अंगों में कंपन आदि संकेत शुरू हो जाते हैं जैसा कि रामायण में भी आता है कि जैसे ही भगवान राम जब रावण से युद्ध करने के लिए निकले तभी से सीता माता को शुभ संकेत मिलने शुरू हो गए थे और रावण को सभी अशुभ संकेत आने लगे। संकेतों का शास्त्र कितना सही है या नहीं है हम ये नहीं जानते।
अंग फड़कना विचार- ang fadakna ka fal :-
1. पुरुष के शरीर का अगर बायां भाग फड़कता है तो भविष्य में उसे कोई दुखद घटना झेलनी पड़ सकती है।
3. स्त्री के शरीर का अगर दायां भाग फ़कता है तो भविष्य में उसे कोई दुखद घटना झेलनी पड़ सकती है।
4. अगर दाईं आंख बहुत देर या दिनों तक फड़कती है तो यह लंबी बीमारी होने का संकेत है।
5. यदि किसी महिला की नाभि लगातर फड़कती रहे हो समझ जाना चाहिए कि कोई हानि होने वाली है।
6. पुरुष के दोनों कंधे फड़कना अशुभ माना गया है। हो सकता है किसी के साथ लड़ाई हो।
7. यदि हथेली के कोने में हलचल होती है तो इसका अर्थ है कि आप जल्द ही किसी मुसीबत में पड़ने वाले हैं।
8. यदि किसी महिला की बायीं आंख फड़कती है तो ये वियोग का लक्षण होता है।
9. यदि किसी जातक की गर्दन बाईं ओर फड़कती है तो धन हानि होगी।
10. यदि किसी व्यक्ति की दाईं जांघ फड़कती है तो उसे शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है।
11. यदि किसी आदमी की छाती के दाईं ओर फड़फड़ाहट होती है यह किसी विपदा का संकेत है।
12. कमर के दाईं ओर फड़फड़ाहट होती है तो यह किसी विपदा का संकेत है।
13. दाहिने हाथ की कोहनी के फड़फड़ाने का अर्थ है कि किसी से झगड़ा होगा।
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