कई लोग चंदन की माल पहनते हैं और कई लोग इसके माध्यम से जप करते हैं और कई लोग इसे दान भी करते हैं। चंदन की माला किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं यह भी जानना जरूरी है और इसके क्या फायदे और क्या नुकसान हैं यह भी जान लें।
1. चंदन दो प्रकार के पाए जाते हैं रक्त एवं श्वेत। मां दुर्गा की उपासना रक्त चंदन की माला से करना चाहिए। इससे मंगल ग्रह के दोष भी दूर होते हैं।
2. इसके अलावा चंदन की माला विष्णु, राम और कृष्ण से संबंधित जपों की सिद्धि के लिए उपयोग में लाई जाती है।
3. सफेद चंदन की माला से महासरस्वती, महालक्ष्मी मंत्र, गायत्री मंत्र आदि का जप करना विशेष शुभफलप्रद होता है।
4. चंदन की माला से दुर्गा उपासना के लिए ॐ दुर्ग दुर्गाय नम: और गायत्री उपासना का लिए ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् || उक्त मंत्र का जप करने से यह बहुत ही जल्द सिद्ध हो जाता है।
5. चंदन की माला धारण करने से नौकरी पेशा में उन्नती तो होती ही है सभी लोग ऐसे व्यक्ति से खुश रहते हैं और सभी उसके मित्र बने रहते हैं। ऐसे व्यक्ति को सभी ओर से सहयोग प्राप्त होता रहता है।
6. इस माला को मानसिक शांति एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए भी गले में धारण करने से लाभ होता है।
7. चंदन का गुण शीतल है। यदि आपको सर्दी की शिकायत रहती है तो इसे धारण न करें।
8. सर्दी के मौसम में भी इस माला को धारण नहीं करना चाहिए इससे कफ बढ़ने का चांस रहते हैं।
9. चंदन कई रोगों को शांत करता है, जैसे तृषा, थकान, रक्तविकार, दस्त, सिरदर्द, वात पित्त, कफ, कृमि और वमन आदि।
10. इसके अतिरिक्त मानसिक शांति एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए भी गले में धारण करने से लाभ होता है।