शुक्रवार का दिन माता संतोषी के साथ ही माता लक्ष्मी और माता कालिका का दिन भी होता है। माता संतोषी भगवान गणेशजी की पुत्री हैं। ज्योतिष के अनुसार शुक्र हमारे जीवन में स्त्री, वाहन और धन सुख को प्रभावित करता है। यह एक स्त्री ग्रह है। कहते हैं कि इसके शुभ प्रभाव के कारण जातक ऐश्वर्य को प्राप्त करता है। आओ जानते हैं इन दिन के खास उपाय।
1. इस दिन आप पानी में उचित मात्रा में दही और फिटकरी मिलाकर स्नान करें और शरीर पर सुगंधित इत्र लगाएं। रोज रात को सोते समय अपने दांत फिटकरी से साफ करेंगे तो लाभ होगा। इसके अलावा आप कभी कभार फिटकरी के पानी से स्नान भी करें। इससे शुक्र के दोष दूर होकर धनलाभ होता है।
2. लक्ष्मी की उपासना करें, खीर पीएं और 5 कन्याओं को पिलाएं। महालक्ष्मी मंदिर में जाकर उन्हें कमल का फूल अर्पित करें। शुक्रवार के दिन लक्ष्मी माता की पूजा करने से दरिद्रता और गरीबी से मुक्ति मिलती है। लक्ष्मी की उपासना करें, खीर पीएं और 5 कन्याओं को पिलाएं।
3. दो मोती लेकर एक पानी में बहा दें और एक जिंदगीभर अपने पास रखें।
4. शीघ्रपतन, प्रमेह रोग के रोगियों को शुक्रवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि यह दिन ओज, तेजस्विता, शौर्य, सौन्दर्यवर्धक और शुक्रवर्धक होता है।
5. रात को सोने से पहले अपने दांत फिटकरी से साफ करें या उसके पानी का कुल्ला करें।
6. शुक्रवार के दिन लाल चंदन लगाएं।
7. इस दिन खट्टा न खाएं तो आपके साथ अच्छा ही होगा। किसी भी प्रकार से शरीर पर गंदगी न रखें अन्यथा आकस्मिक घटना-दुर्घटना हो सकती है। पिशाची या निशाचरों के कर्म से दूर रहें।
8. घर की दक्षिण-पूर्व दिशा के दूषित होने से भी शुक्र ग्रह खराब फल देने लगता है। किसी भी कारण से दांत खराब करने से शुक्र अपना अच्छा प्रभाव देना छोड़ देता है। अनैतिक या पराई स्त्री से यौन संबंध बनाने से भी शुक्र बुरे प्रभाव शुरू कर देता है।
9. कालिका के मंदिर जाकर उन्हें काली चुनरी चढ़ाना चाहिए। इससे सभी तरह के संकट दूर हो जाते हैं।
10. पत्नी से किसी भी प्रकार का विवाद ना करें और इस दिन उसे खुश रखें।
11. शरीर में गाल, ठुड्डी, अंगूठा, गुर्दा, यौनांग, अंतड़ियां, शीघ्रपतन, प्रमेह रोग और नसों से शुक्र का संबंध माना जाता है। यदि इस स्थानों में कोई समस्या है तो शुक्रवार का व्रत रखने से लाभ मिलते हैं।
12. यदि शनि मंदा अर्थात नीच का हो तब भी शुक्र का बुरा असर होता है। तब भी शुक्रवार का व्रत रखने से शनि दोष दूर हो जाते हैं।
13. यदि वैवाहिक जीवन कठिनाइयों भरा है तो भी शुक्रवार का व्रत रखने से लाभ मिलता है।
14. कुंडली में शुक्र के साथ राहु का होना अर्थात स्त्री तथा दौलत का असर खत्म। ऐसी स्थिति में भी शुक्रवार का व्रत जरूर रखना चाहिए।
15. मंगल और शुक्र की युति हो तब भी शुक्र और मंगल के उपाय के साथ ही शुक्रवार का व्रत रखना चाहिए।
16. शुक्र यदि कन्या राशि में, 6वें घर में या 8वें घर या भाव में है तो भी शुक्रवार का व्रत करना चाहिए।
17. कुंडली में शुक्र के साथ शुक्र के शत्रु ग्रह सूर्य व चंद्र है तो भी आपको शुक्रवार का व्रत करना चाहिए।
18. इस दिन साफ सफाई और शरीरिक शुद्धि का ध्यान रखने से ओज, तेजस्विता, शौर्य, सौन्दर्यवर्धक और शुक्रवर्धक होता है।
19. माता संतोषी का ध्यान कर यह व्रत 16 शुक्रवार रखा जाता है तो माता प्रसन्न होती है। सोलह शुक्रवार को व्रत के समापन के समय उद्यापन करके कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। इस दिन खट्टा नहीं खाना चाहिए और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
20. शुक्र ग्रह की दो राशियां हैं वृषभ और तुला। यदि आपकी राशि ये हैं तो आपको शुक्रवार करना चाहिए।