भगवान धन्वंतरि प्रभु आपका अवश्य उद्धार करेंगे यदि आप उनका मन से स्मरण करेंगे, आराधना करेंगे और यह आराधना शुभ मुहूर्त में करेंगे तो हर मनोरथ पूर्ण होंगे।  जानिए धनतेरस पर पूजन आराधना कब  करें।
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	चौघड़िया के अनुसार-
	 
	लाभ का चौघड़िया- सुबह 08.03 से 09.26 तक।
	 
	अमृत चौघड़िया- 09.26 से 12.11 तक।
	 
	शुभ चौघड़िया- दोपहर 12.11 से 01.34 तक।
	 
	गौधुली बेला- शाम 05.42 तक।    
	 
	अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11.49 से दोपहर 12.33 तक।
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	लग्न अनुसार-
	 
	धनु लग्न- सुबह 09.16 से 11.20 तक।
	 
	कुंभ लग्न- 01.09 से 02.43 तक।
	 
	मेष लग्न- शाम 04.14 से 05.56 तक।
	 
	देर रात सिद्धि के लिए विशेष मुहूर्त- रात्रि 12..23 से 02.34 तक।