इस वर्ष धनतेरस 28 अक्टूबर व दीपावली 30 अक्टूबर 2016 को है। ऐश्वर्य प्राप्ति के यह 6 मंत्र धनतेरस और दीपावली दोनों पर जपने का फल मिलता है। वैसे तो पर्वों पर हर तरह की सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं। मुख्य है लक्ष्मी प्राप्ति। इसके लिए निम्न प्रयोग किए जा सकते हैं।
दिवाली पूजन में हमेशा कमल गट्टे की माला, लाल-गुलाबी वस्त्रासन, गन्ना, कमल पुष्प, नागकेसर, आंवला, गुलाब का इत्र, गौघृत, श्रीयंत्र, लक्ष्मी यंत्र, गणेश यंत्र, कुबेर यंत्र इत्यादि का प्रयोग होता है।
* कुबेर धन के देवता हैं। इन्हें प्रसन्न कर दारिद्रय नाश तथा धन प्राप्ति की जा सकती है। इनके मंत्र निम्नलिखित हैं। यंत्र की यथासंभव पूजोपचार कर मंत्र जपें तथा 1 माला हवन करें।
(1) 'ॐ नमो वैश्रवणाय स्वाहा।'
(2) 'ॐ नमो धनदायै स्वाहा।'
(3) 'ॐ वित्तेश्वराय नम:।'
(4) 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:।'
(5) 'ॐ ह्रीं यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धन धान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा' इत्यादि मंत्रों की यथाशक्ति 11-21-51 माला करें। समिधा वटवृक्ष की हो तो ठीक है अन्यथा आम की लें तथा इससे हवन करें, पश्चात नित्य 1 माला करें।
(6) ऋण मोचन के लिए निम्न मंत्र की 1 माला करें। मूंगे की माला का प्रयोग करें। कर्जमुक्ति के लिए रामबाण है दक्षिणाभिमुख होकर लाल आसन तथा मंगलवार का व्रत करें।
मंत्र-
दु:ख दौर्भाग्यनाशाय,
पुत्र संतान हेतवे।
कृत रेखा त्रयं वाम पोदनैतत्प्रमार्ज्यहम,
ऋण दु:ख विनाशाय।।
मनोभीष्टार्थ सिद्धये,
मार्जयाम्या सिता रेखा तिस्त्रो,
जन्म त्रयोदय भवा।।
मंगल को कर्ज न लें। मंगल से चुकाएं। हवन में खैर की लकड़ी का प्रयोग सफलता निश्चित करता है।