ज्योतिष के अनुसार कहीं भी यात्रा पर जाने से पहले दिशाशूल देखे जाने के मह्तव है। मूलत: किसी दिशा विशेष में दिन विशेष पर की जाने वाली यात्रा से संबंधित है। अगर किसी कारणवश उक्त दिशा में यात्रा करनी भी पड़े तो उसके निवारण के कुछ आसान से उपाय होते हैं जिन्हें जानकर यात्रा को निर्विघ्न बानाया जा सकता है।
किस दिशा में होता कब दिशाशूल (Dishashul in hindi) :-
1. सोमवार और शुक्रवार को पूर्व में।
2. रविवार और शुक्रवार को पश्चिम में।
3. मंगलवार और बुधवार को उत्तर में।
4. गुरुवार को दक्षिण में।
5. सोमवार और गुरुवार को दक्षिण-पूर्व में।
6. रविवार और शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम में।
7. मंगलवार को उत्तर-पश्चिम में।
8. बुधवार और शनिवार को उत्तर-पूर्व में।
दिशाशूल के उपाय (Disha shool ke upay):
1. रविवार:- दलिया और घी खाकर यात्रा करें।
2. सोमवार:- दर्पण देखकर यात्रा करें।
3. मंगलवार:- गुड़ खाकर यात्रा करें।
4. बुधवार:- तिल, धनिया खाकर यात्रा करें।
5. गुरुवार:- दही खाकर यात्रा करें।
6. शुक्रवार:- जौ खाकर यात्रा करें।
7. शनिवार:- अदरक अथवा उड़द की दाल खाकर यात्रा करें।