Solar and lunar eclipse effects on earth: हाल ही में वर्ष 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को हुआ था और अब 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगेगा। ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार के सूर्य और चंद्र ग्रहण को देश और दुनिया के लिए बहुत ही अशुभ माना जा रहा है। आओ जानते हैं कि क्या होगा इस बार के ग्रहण का असर और क्या कुछ घट सकता है देश दुनिया में।
1. महाभारत काल जैसे योग : 25 अक्टूबर 2022 को दिवाली पर सूर्य ग्रहण के बाद 15 दिनों के अंतराल में 8 नवंबर को अब देव दिवाली पर चंद्र ग्रहण लग रहा है ऐसा वर्षों बाद हुआ है। दिवाली के समय सूर्य ग्रहण का यह योग वैसे तो 27 साल बाद पुन: बना था लेकिन ज्योतिषियों का मानना है कि इस समय के जो ग्रह योग हैं वह महाभारत काल में भी थे। एक पक्ष के भीतर दो ग्रहण का होना विश्व के लिए अशुभ माना जा रहा है। महाभारत काल में भी 15 दिन में दो ग्रहण लगे थे और उस समय महायुद्ध हुआ था।
2. पहले जब बना था ऐसा संयोग तो दुनिया में हुई थीं सैकड़ों मौतें : 27 साल पहले जब सूर्य और चंद्र ग्रहण का ऐसा ही योग बना था तब बाकू मेट्रो में आग लगने से 289 यात्रियों की मौत हो गई थी। इजरायल के प्रधानमंत्री यित्ज़ाक राबिन की हत्या कर दी गई थी। फिलीपींस और वियतनाम में टाइफून एंजेला नामक तूफान ने तबाही मचाई थी। इस दौरान 882 लोगों की मौत हुई थी।
3. इस बार हो रहा है ये सबकुछ : इस बार वर्ष 2022 में जब सूर्य और चंद्र ग्रहण लग रहा है तो भारत में मोरबी ब्रिज हादसे में करीब 134 लोग मारे गए हैं। रशिया और यूक्रेन में युद्ध और तनाव चरम पर है। कई देशों में सत्ता परिवर्तन हो रहे हैं तो कुछ देशों में जन आंदोलन से अराजकता फैली हुई है। कश्मीर में आतंक की घटनाएं बढ़ गई है वहीं देश और दुनिया के कई क्षेत्रों में सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। विमान दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है। महामारी का प्रकोप अभी भी जारी है। ट्रेन और सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है। 25 अक्टूबर को ही ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन हुआ। बंगाल और अरब की खाड़ी में उठे तूफान ने कई लोगों को अपनी चपेट में लिया। पूरी दुनिया आर्थिक संकट से झूझ रही है।
4. चंद्र ग्रहण का होगा ये असर : आने वाले समय में चंद्र ग्रहण होगा जिसके चलते हालत में और बदलाव होगा। किसी भी ग्रहण के पूर्व और बाद में भूकंप आते हैं। प्राकृतिक आपदाएं बढ़ जाती है। इस बार के चंद्र ग्रहण से आंधी, भूकंप या भूस्खलन होने की संभावना के बीच घटना और दुर्घटनाएं बढ़ जाएगी जिसके चलते देश में तनाव और डर का माहौल बनेगा। समुद्री क्षेत्रों में ग्रहण का असर ज्यादा होने के कारण आंधी तूफान की आशंका है। देश में औद्योगिक कार्यों में गिरावट के चलते उत्पादन पर असर पड़ेगा जिसके चलते आने वाले समय में महंगाई बढ़ने की संभावना है।