ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे शुभ योग होते हैं जो यदि किसी जातक की जन्मपत्रिका में हों तो वह सफ़लता के शिखर को छूता है। उसे धन-सम्पदा, स्त्री सुख, सन्तान सुख, घर, वाहन, पद-प्रतिष्ठा, सेवक सभी प्राप्त होते हैं। ऐसा ही एक अत्यन्त शुभ योग है-गजकेसरी योग। यह योग यदि किसी जातक की जन्मपत्रिका में हो तो वह जीवन पर्यंत सुख-समृद्धि युक्त रहता है। आइए जानते हैं कि यह योग जन्मपत्रिका में किन ग्रह स्थितियों में बनता है।
यदि किसी जातक की जन्मपत्रिका में गुरु व चन्द्र एक दूसरे से केन्द्र में स्थित हों तब गजकेसरी नामक योग बनता है। यदि गुरु व चन्द्र गजकेसरी योग बनाते हुए जन्मपत्रिका के भी केन्द्र स्थानों में स्थित हों एवं इन दोनों ग्रहों पर कोई पाप ग्रह या क्रूर ग्रह का प्रभाव ना हो तो गजकेसरी योग की शुभता में कई गुना वृद्धि होती है।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया