राहु, केतु, शनि और गुरु को छोड़कर सभी ग्रह ग्रह और नक्षत्र हर माह राशि परिवर्तन करते हैं। हालांकि कभी वक्री और मार्गी चाल के कारण बुध और मंगल ग्रह एक माह से भी ज्यादा समय तक भी एक ही राशि में गोचर करते रहते हैं। आओ जानते हैं कि मार्च 2023 में कौन-कौन से ग्रह-नक्षत्र राशि परिवर्तन कर करते हैं।
शनि उदय : शनि ग्रह कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। 30 जनवरी को यह कुंभ राशि में अस्त हो गया था। अब शनि का कुंभ राशि में उदय 06 मार्च 2023 की रात 11 बजकर 36 मिनट पर होगा।
शुक्र का गोचर : शुक्र ग्रह 12 मार्च, 2023 की सुबह 08 बजकर 13 मिनट पर मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेगा।
मंगल का गोचर : मंगल ग्रह 13 मार्च 2023 को 5 बजकर 47 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेगा। पूरे राशि चक्र की यात्रा करने के लिए मंगल ग्रह को 22 महीने का समय लगता है।
सूर्य का गोचर : 15 मार्च 2023 की सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर सूर्यदेव कुंभ से निकलकर मीन राशि में गोचर करने लगेंगे।
बुध का गोचर : 28 फरवरी से ही बुध ग्रह कुंभ में ही अस्त अवस्था में चल रहे हैं। 16 मार्च 2023 को सुबह 10:33 बजे इसी अवस्था में बुध ग्रह कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मीन बुध की नीच राशि है।
गुरु अस्त : बृहस्पति ग्रह 28 मार्च 2023 को सुबह 09 बजकर 20 मिनट पर मीन राशि में अस्त हो जाएंगे। इसके बाद 22 अप्रैल 2023 को अस्त अवस्था में ही मेष राशि में गोचर करेंगे और फिर 27 अप्रैल 2023 को मेष राशि में इनका उदय होगा।
बुध का उदय और गोचर : 28 फरवरी 2023 से अस्त अवस्था में चल रहे बुध ग्रह का 31 मार्च 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर मेष राशि में उदय होगा।
प्रभाव : ग्रहों के इस गोचर के कारण देश और दुनिया में राजनीतिक अस्थिरता बनी रहेगी। मौसम में अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिलेंगे। कुछ राशियों पर इसका सकारात्मक और कुछ पर नकारात्मक असर देखने को मिलेगा।