जून माह में सूर्य, मंगल और गुरु का राशि परिर्वतन हो रहा है जबकि बुध वक्री होगा और शुक्र मार्गी होंगे। इस परिवर्तन से कुछ लोगों को राहत मिलेगी तो कुछ लोग थोड़े से परेशान हो सकते हैं।
1. सूर्य का राशि परिवर्तन : 14 जून, 2020 को सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश होगा। फिलहाल सूर्य वृषभ राशि में गोचर कर रहा है। कुछ विद्वानों अनुसार यह 15 जून को प्रात: 6 बजकर 45 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य के मित्र चन्द्र, मंगल और गुरु हैं तो शत्रु शनि और शुक्र हैं, वहीं बुध समान देखने वाला ग्रह है। अत: मिथुन के लिए ठीक लेकिन कन्या के लिए प्रतिकूल समय होगा। कर्क, धनु, मीन और सिंह पर शुभ प्रभाव और बाकी राशियों पर इसके सामान्य असर रहेगा।
2. मंगल का राशि परिवर्तन : 18 जून, 2020 को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल मीन राशि में प्रवेश करेगा। कुछ विद्वानों अनुसार यह कुंभ राशि से निकलकर रात्रि में 9 बजकर 35 मिनिट पर मीन राशि में गोचर करेगा। मीन राशि जल तत्व की राशि है और यह बृहस्पति द्वारा शासित है, बृहस्पति और मंगल आपस में मित्र हैं। जल तत्व की राशि में अग्नि तत्व प्रधान ग्रह मंगल के गोचर से भावनाओं पर प्रभाव पड़ सकता है। कर्क, सिंह, मीन, कन्या के सही नहीं, मकर और कुंभ के लिए सामान्य स्थिति रहेगी।
3. बुध का राशि परिवर्तन : 18 जून, 2020 को मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध ग्रह मिथुन राशि में रात्रि 8 बजकर 43 मिनिट पर वक्री होंगे। 24 मई वे अपनी स्वराशि में मार्गी थे। 12 जुलाई को पुन: मिथुन में मार्गी होंगे। इस परिवर्तन से मेष, सिंह, मिथुन और कन्या के लिए बहुत अच्छा है। बाकी के लिए मिलाजुला असर रहेगा।
4. गुरु का राशि परिवर्तन : 30 जून, 2020 को वक्री बृहस्पति ग्रह मकर राशि में निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा। कुछ विद्वानों अनुसार यह 29 जून को रात्रि 4 बजकर 46 मिनिट पर धनु में गोचर करेगा। अंग्रेजी दिनमान से 30 जून ही हो जाता है। गुरु महाराज अपनी नीच राशि से निकल अपनी मूलत्रिकोण राशि धनु में वक्री ही रहेंगे। 20 नबंवर 2020 को पुन: मकर में जाएंगे।
मेष के नवम भाव में अच्छा, वृषभ के अष्टम भाव में मिला जुला, मिथुन के सातवें भाव में अच्छा, कर्क के छठे भाव में बुरा, सिंह के पंचम भाव में अच्छा, कन्या के चतुर्थ भाव में मिला जुला, तुला के तीसरे भाव में अच्छा, वृश्चिक के दूसरे भाव में अच्छा, धनु के प्रथम भाव में उत्तम, मकर ने बारहवें भाव में बुरा, कुंभ के ग्यारहवें भाव में अच्छा, मीन के दसवें भाव में गोचर अच्छा रहेगा।
5.शुक्र का राशि परिवर्तन : 28 मार्च 2020 को शुक्र ने वृषभ में प्रवेश किया था। 13 मई को इसी राशि में वक्री हो गए थे। अब 25 जून को वृषभ का वक्री शुक्र रात्रि 4 बजकर 28 मिनट पर मार्गी होगा। 01 अगस्त को वृषभ से निकलकर मिथुन में जाएगा। मेष के लिए सुखद, वृषभ के लिए बदलाव, मिथुन के लिए सुखद, कर्क के लिए सुखद, सिंह के लिए मिलाजुला असर, कन्या के लिए सुखद, तुला को रखना होगी सावधानी, वृश्चिक के लिए सुखद, धनु को रखना होगी सावधानी, मकर के लिए सुखद, कुंभ के लिए भी सुखद, मीन के लिए उतार चढ़ावा का गोचर रहेगा।
नोट : पिछले माह से ही शनि मकर में वक्री ही चल रहे हैं जो 29 सितंबर तक रहेंगी। राहु मिथुन में और केतु धनु में गोचर कर रहे हैं।