हमारे सनातन धर्म में प्रत्येक कार्य के लिए एक अभीष्ट मुहूर्त निर्धारित है, वहीं कुछ अवधि ऐसी भी होती है, जब शुभ कार्य के मुहूर्त का निषेध होता है। इस अवधि में सभी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, सगाई, गृहारंभ व गृह प्रवेश के साथ व्रतारंभ एवं व्रत उद्यापन आदि वर्जित रहते हैं।
शुभ एवं मांगलिक मुहूर्त के निर्धारण में गुरु एवं शुक्र के तारे का उदितस्वरूप होना बहुत आवश्यक है। गुरु व शुक्र के तारे के अस्त होने पर किसी भी प्रकार के शुभ एवं मांगलिक कार्यों के मुहूर्त नहीं बनते। 14 दिसंबर 2019 को गुरु का तारा अस्त हो रहा है। गुरु के अस्तोदय स्वरूप होने से विवाह आदि समस्त मांगलिक कार्यों का निषेध रहेगा।
गुरु के तारे की अस्तोदय अवधि-
दिनांक 14 दिसंबर 2019, दिन शनिवार को गुरु का तारा अस्त होगा, जो दिनांक 9 जनवरी 2020, दिन गुरुवार को उदित होगा।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमंत रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केंद्र