हिन्दू धर्म में गुरुवार के दिन को सबसे पवित्र माना जाता है क्योंकि यह बृहस्पति ग्रह और बृहस्पति देव का दिन है। बृहस्पति देव देवताओं के गुरु हैं और बृहस्पति ग्रह के कारण ही धरती पर जीवन सुरक्षित है। कारण यह कि अंतरिक्ष की कई तरह की आपदाएं यह ग्रह झेलकर धरती को बचा लेता है। ज्योतिष के अनुसार गुरुवार का व्रत करने से क्या होगा?
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	गुरुवार का उपवास करने के फायदे | guruvar ka upvas karne ke fayde:
	 
	1. गुरुवार का व्रत करने से मनुष्य के भाग्य खुल जाते हैं। जातक को गुरुवार का व्रत अवश्य करना चाहिए क्योंकि बृहस्पति से ही भाग्य जागृत होता है। क्योंकि गुरु ग्रह कुंडली में भाग्य स्थान का भी स्वामी है। 
	 
	2. गुरुवार का व्रत करने से पितृदोष भी मिट जाता है और पितृदेव आशीर्वाद देते हैं। यदि गुरु दशम भाव में है या किसी भी भी प्रकार से पितृदोष निर्मित हो रहा है तो जातक को गुरुवार अवश्य करना चाहिए साथ ही प्रतिदिन हनुमान चालीसा भी पढ़ना चाहिए। इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
	 
	3. गुरुवार का व्रत करने से जातक की दीर्घायु प्राप्त होती है। कुंडली में यदि अल्पायु के योग हैं तो गुरुवार का व्रत जरूर रखना चाहिए और उपाय भी करना चाहिए।
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	4. गुरुवार का व्रत करने से जातक सभी तरह के संकटों से बचा रहता है।
	 
	5. गुरुवार का व्रत करने से जातक को कार्यक्षेत्र में उन्नति मिलती है।
	 
	6. गुरुवार का व्रत करने से कुंडली में चौथा, पांचवां और नौवें भाव के शुभ प्रभाव मिलने लगते हैं।
	 
	7. गुरुवार का विधिवत करने से कुंडली के 2, 5, 9, 12 के ग्रह भी शुभ होते हैं।
	 
	8. कुंडली में यदि बृस्पति कमजोर है, शुक्र, बुध या राहु के साथ है या किसी भी प्रकार से वह नीच हो रहा है तो जातक को गुरुवार का व्रत अवश्य करना चाहिए।
	 
	9. गुरुवार व्रत करने से विवाह में आ रही अड़चने दूर होती है और वैवाहिक जीवन में सुख मिलता है। 
	 
	10. उथली व छिछली मानसिकता वाले व्यक्तियों को बृहस्पतिवार का उपवास अवश्य रखना चाहिए।