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हलहारिणी अमावस्या विशेष : इन 10 उपायों से दूर होंगे सारे अनिष्ट...

हमें फॉलो करें हलहारिणी अमावस्या विशेष : इन 10 उपायों से दूर होंगे सारे अनिष्ट...
* शनिश्चरी, हलहारिणी अमावस्या पर करें ये 10 उपाय, मिलेगी कष्टों से मुक्ति... 
 
आषाढ़ मास में पड़ने वाली अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहा जाता है। इस वर्ष यह  24 जून 2017, शनिवार को मनाई जाएगी। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों  के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ मास में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय  तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के  लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है। 
 
इसी दिन से गुप्त नवरात्रि प्रारंभ होने के कारण मां दुर्गा की गुप्त आराधना भी की जाएगी।  हलहारिणी अमावस्या शनिवार के दिन आने के कारण उसका महत्व और बढ़ गया है। इसे  शनिश्चरी अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन हलहारिणी अमावस्या होने से हल पूजन,  शनिदेव का पूजन तथा पितृ पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन पितृ निवारण के लिए  निम्न उपाय करने से जीवन के समस्त कष्‍ट दूर होते हैं। 
हलहारिणी अमावस्या के दिन हल पूजन इसी बात का प्रतीक है। इसे मनाने का उद्देश्य यह  है कि किसी भी शुभ काम का आरंभ भगवान की आराधना, पूजन और धन्यवाद करते हुए  आरंभ करना चाहिए। रोजमर्रा के जीवन में उपयोग में आने वाली वस्तुओं का भी उचित  सम्मान करना चाहिए। इस दिन किसान विधि-विधान से हल का पूजन करके हरी-भरी  फसल बनी रहने के प्रार्थना करते हैं ताकि घर में अन्न-धन की कमी कभी भी महसूस न  हो।
 
24 जून का विशेष शुभ दिन है, क्योंकि आषाढ़ मास में शनिवार के दिन अमावस्या का  योग 10 वर्षों पश्चात बना है। इससे पहले 2007 में यह योग बना था, अब आगामी समय  में यह योग 17 वर्ष बाद आएगा वर्ष 2034 में, यह योग दोहराया जाएगा। 
हलहारिणी अमावस्या के साथ आर्द्रा नक्षत्र, वृद्धि योग और नाग करण होने से शनि दोषों  को दूर करने के लिए विशेष महत्व का दिन है। 20 जून से ही शनि वक्री हुए हैं इसीलिए शनि की दशा से राहत पाने के लिए यह दिन विशेष मायने रखता है।
 
आगे पढ़ें हलहारिणी अमावस्या के 10 उपाय : 
 
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हलहारिणी अमावस्या के दिन करें ये 10 उपाय : 
 
* इस दिन काली चींटियों को शकर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपके पाप-कर्मों का क्षय होगा और पुण्य-कर्म उदय होंगे। यही पुण्य-कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे।
 
* अमावस्या के दिन भूखे प्राणियों को भोजन कराने का विशेष महत्व है।
 
* अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद आटे की गोलियां बनाएं। गोलियां बनाते समय भगवान का नाम लेते रहें। इसके बाद समीप स्थित किसी तालाब या नदी में जाकर ये आटे की गोलियां मछलियों को खिला दें। इस उपाय से आपके जीवन की अनेक परेशानियों का अंत हो सकता है।
 
* इस दिन कालसर्प दोष निवारण हेतु सुबह स्नान के बाद चांदी से निर्मित नाग-नागिन की पूजा करें। सफेद पुष्प के साथ इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। कालसर्प दोष से राहत  पाने का ये अचूक उपाय है। 
 
* बेरोजगार व्यक्ति अगर अमावस्या की रात ये उपाय करें तो निश्चित ही उसे रोजगार प्राप्त  होगा। इसके लिए 1 नींबू को साफ करके सुबह से ही अपने घर के मंदिर में रख दें। फिर रात  के समय इसे 7 बार बेरोजगार व्यक्ति के सिर से उतार लें और 4 बराबर भागों में काट लें। फिर एक चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में इसको फेंक दें। इस उपाय से बेरोजगार व्यक्ति को लाभ की संभावना बनेगी। 
 
* जिसे कालसर्प दोष हो, उन व्यक्तियों को अमावस्या के दिन किसी अच्छे पंडित से अपने घर में शिवपूजन एवं हवन करवाना चाहिए। 
 
* शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रूई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें। साथ ही दीये में थोड़ी-सी केसर भी डाल दें। यह मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का उपाय है।
 
* अमावस्या वाली रात्रि को 5 लाल फूल और 5 जलते हुए दीये बहती नदी के पानी में छोड़ें। इस उपाय से धन का लाभ प्राप्त होने के प्रबल योग बनेंगे। 
 
* अमावस्या की रात्रि अगर आप काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाते हैं और उसी समय वह कुत्ता यह रोटी खा लेता है तो इस उपाय से आपके सभी दुश्मन उसी समय से शांत होना शुरू हो जाएंगे। 
 
* रुद्राभिषेक, पितृदोष शांति पूजन और शनि उपाय करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाएंगे। 

- अारके. 

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