श्रावण मास की हरियाली अमावस्या का विशेष महत्व है। इस अवसर पर मंदिरों में महारुद्राभिषेक से भोलेनाथ को प्रसन्न किया जाएगा।
इस दिन तीर्थ क्षेत्रों में पवित्र नदियों में स्नान, दान व पवित्र जल से अभिषेक व पूजा पुण्यदायी होती है। इस दिन राशि अनुसार पूजा करने पर विशिष्ट फल की प्राप्ति होती है।
आइए जानते हैं कैसे करें पूजन :-
मेषः शिवजी का गाय के दूध से अभिषेक करें।
वृषभः भगवान शिव को 5 सफेद पुष्प अर्पण कर पीपल की पूजा करें।
मिथुनः शिवजी को 11 बिल्वपत्र चढ़ाएं।
कर्कः शिव को पंचामृत चढ़ाएं।
सिंहः शंकरजी को 3 धतूरा चढ़ाएं।
कन्याः काली गाय को गुड़ खिलाकर शिव की पूजा करें।
तुलाः शिवजी का दुग्धाभिषेक करें।
वृश्चिकः शंकरजी को तीर्थ जल व 5 बिल्वपत्र चढ़ाएं।
धनुः शिवजी को 108 बिल्वपत्र चढाएं।
मकरः शिवजी को 2 मिठाई अर्पित करें।
कुंभः शिवजी को शहद अर्पित करें।
मीनः शंकरजी को 5 पीली वस्तु चढ़ाएं।