हिन्दू नववर्ष को हर राज्य में अलग अलग नाम से जाना जाता है। महाराष्ट्र में इसे गुड़ी पड़वा कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार नववर्ष का प्रारंभ 22 मार्च बुधवार 2023 को हो रहा है। इस नववर्ष विक्रम संवत को कर्नाटक में युगादि, आंध्रा और तेलंगाना में उगादी, पंजाब में वैशाखी, कश्मीर में नवरेह, मणिपुर में सजिबु नोंगमा पानबा या मेइतेई चेइराओबा, सिंध में चेती चंड, गोवा और केरल में संवत्सर पड़वो नाम और अन्य राज्यों में विशु, चित्रैय तिरुविजा नाम से जाना जाता है।
3 शुभ संयोग : इस बार नववर्ष तीन शुभ योग में प्रारंभ होगा। पहला शुक्ल योग प्रारंभ होगा। इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा। ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग भी लगेगा। इन योगों में नवर्ष की शुरुआत को बेहद शुभकारी मानी जाती है।
शुक्ल योग : प्रात: 9 बजकर 18 मिनट तक।
ब्रह्म योग : 9 बजकर 19 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजे तक रहेगा।
इंद्र योग : ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग प्रारंभ होगा।
2 महाराजयोग भी है इस दिन : पिंगल नामक संवत्सर 2080 की शुरुआत 2 महा राजयोग में हो रही है। ये 2 महा राजयोग है- बुधादित्य और गजकेसरी राजयोग में शुरु होगा यह नववर्ष, वहीं इस अवसर पर मीन राशि में 5 ग्रहों का संयोग भी हो रहा है। मीन राशि में गुरु के साथ सूर्य, बुध, चंद्रमा और नेप्चून ग्रह साथ होंगे। दूसरी तरफ, मंगल ग्रह मिथुन राशि में, कुम्भ राशि में शनि और तुला राशि में केतु विराजमान होंगे।