होली 2022: होली के त्योहार के दिन कई तरह के ज्योतिषीय उपाय किए जाते हैं। होलिका दहन, धुलेंडी या रंग पंचमी के दिन कुछ साथ सामग्रियां खरीदने का प्रचलन है। इन्हें खरीदने से घर-परिवार में सुख, शांति, धन समृद्धि बनी रहती है और भाग्य का भी भरपूरा सहयोग मिलने लगता है। इन्हीं सामग्रियों से हम जानते हैं 20 प्रमुख सामग्रियों के बारे में।
1. नारियल : एक पानीदार नारियल लेकर किसी रोगी या पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से 7 या 21 बार घड़ी की सुई की दिशा में उतारें या वारें और उसे होलिका की आग में डाल दें। इससे संकट चला जाएगा। नारिलय डालने के बाद होलिका की 7 परिक्रमा करें और ईष्टदेव से प्रार्थना करें। यदि राहु के कारण किसी भी प्रकार का संकट खड़ा हो रहा है तो एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरें। उसी में थोड़ासा गुड़ डालें और इस गोले को जलती हुई होलिका में डाल दें। इससे राहु का बुरा प्रभाव समाप्त हो जाएगा। होलिका दहन के बाद जलती अग्नि में नारियल दहन करने से नौकरी की बाधाएं दूर होती हैं।
2. कर्पूर : कर्पूर जलाने से देवदोष व पितृदोष का शमन होता है। अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि हमें शायद पितृदोष है या काल सर्पदोष है। दरअसल, यह राहु और केतु का प्रभाव मात्र है। इसे होली की आग में डालने का भी रिवाज है। होली की पूजा में इसका प्रयोग होता है। होली वाले दिन इसके खरीदकर घर में लाएं।
3. गेहूं की बाली : होली के दौरान गेंहूं की फसल पक जाती है। यही कारण है कि गांवों में होली के अवसर पर फसल और पशु पूजा होती है। होलिका पूजन के लिए गेहूं की बाली की आवश्यकता होती है, जिसे होला भी कहते हैं। नए अनाज को होली की अग्नि में अर्पित करने की परंपरा है। नई फसल को सबसे पहले अग्नि के माध्यम से देवताओं को अर्पित करते हैं।
4. गोबर के कंडे : होलिका दहन के लिए गोपर के कंडे के लगते हैं जो होली के डांडा के आसपास जमाएं जाते हैं। इसी के साथ सात कंडों के बीच में छेद करके उसमें सूत या मूंज का धागा पिरोकर उसे होली में सजाया जाता है जिसे भरभोलिया कहते हैं। होलिका दहन के पहले इसे भाइयों के उपर से वार कर होली की अग्नि में जलाने से भाई के उपर आया संकट हटा जाता है। गांवों कंडे भी जमा करके रखे जाते हैं।
5. कौड़ियां : गोमती चक्र, कौड़ियां और बताशे जलती होली में स्वयं पर से उतारकर डालने से भी जीवन की हर बाधा स्वाहा हो जाती है।
6. खील बताशे : माता लक्ष्मी को बताशे प्रिय है। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपको समृद्धि का आशीष देती हैं। इससे आपको हर कार्य में अपार सफलता भी मिलेगी। इसे होलिका दहन के दिन आग में डालने से जीवन की हर बाधा स्वाहा हो जाती है।
7. गन्ना : होली के दौरान ही गेहूं के साथ ही गन्ने की फसल भी खड़ी हो जाती है। होलिका दहन के दौरान गन्ने को भी होली की आग्नि में अर्पित किया जाता है। माता होलिका और माता लक्ष्मी की पूजा में गन्ना जरूरी है।
8. सिंदूर : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी लड़की के विवाह में परेशानी आ रही है या कोई महिला अपने पारिवारिक जीवन में बहुत दु:खी है तो एक चुटकी सिंदूर लेकर होली की पवित्र अग्नि में डालकर श्रीहरि से प्रार्थना करें। यह बात किसी को न बताएं।
9. चना और मटर : होलिका दहन से पहले उसकी विधि-विधान के साथ पूजा करें और गेहूं के साथ ही मटर, चना आदि होलिका दहन के समय अर्पित करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
10. सुपारी : एक काले कपड़े में काले तिल, 7 लौंग, 3 सुपारी, 50 ग्राम सरसों और थोड़ी-सी मिट्टी लेकर एक पोटली बना लें। फिर इसे खुद पर से 7 बार वारने के बाद उसे होली की अग्नि में स्वाहा कर दें। इससे आपके आस पास स्थित सारी बुरी नजर दूर हट जाएगी।