November Month 2021 Rashifal : नवंबर माह में ग्रह गोचर की स्थितियों के अनुसार 7 राशियों का समय अच्छा है जबकि अन्य 5 राशियों को थोड़ा बहुत संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। बुध का तुला और तुला के बाद वृश्चिक राशि में ( November 2021 mah me graho ka rashi parivartan ) गोचर होगा। सूर्य का वृश्चिक राशि और इसके बाद बृहस्पति का कुंभ राशि में गोचर होगा। ऐसे में नवंबर माह ( Monthly Horoscope ) क्या और कैसा रहेगा 12 राशियों पर पर असर आओ जानते हैं।
नवंबर माह 2021 में 12 राशियों का राशिफल : Horoscope for the month of November 2021
इन 7 राशियों को मिलेगी खुशी
1. मेष ( Aries ) : बुध मेष राशि के तीसरे और छठे भाव का स्वामी और यह साझेदारी के सातवें घर में तुला राशि में गोचर करेगा, जिससे इस गोचर के दौरान आपको यात्रा सुख और परिवार का सुख मिलेगा। मेष राशि के लिए, सूर्य पंचम भाव का स्वामी है और अष्टम भाव में गोचर करेगा, जिसके चलते अचानक हानि और लाभ हो सकता है, परंतु यहां अकेला सूर्य सेहत को सही रखता है। हालांकि इस माह बृहस्पति का गोचर आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव में होगा, जिससे आय के स्रोत बढ़ेंगे। आपके लिए यह समय उत्तम है।
2. कर्क ( Cancer ) : कर्क राशि के लिए बुध बारहवें और तीसरे भाव का स्वामी होकर चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। यह सुख का भाव है। इसके बाद बुध पंचम भाव में गोचर करेगा, जिसमें मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। हालांकि आपकी राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी होकर पंचम भाव में गोचर करेगा। तब यहां बुधादित्य योग बनेगा तो धन के लिए उत्तम माना जाता है। 20 नंवबर को गोचर अनुसार बृहस्पति अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। बृहस्पति बारहवें स्थान में भाग्येश होने के कारण भाग्य का साथ भले ही नहीं मिले लेकिन यह समय उत्तम रहेगा।
3. सिंह ( Leo ) : सिंह राशि के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी होकर पराक्रम के तीसरे भाव में गोचर करेगा। इससे आपका व्यावसायिक पक्ष मजबूत होगा। फिर जब बुध इसी माह राशि बदलकर आपकी राशि के चतुर्थ भाव में गोचर करगे तब पारिवारित सुख और शांति में वृद्धि होगी। इस दौरान जब सूर्य राशि बदलेगा तो वह भी चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। तब सुख और समृद्धि और भी बढ़ जाएगी। 20 नवंबर तक बृहस्पति छठे भाव में हैं। शुभग्रह का छठे भाव में होने से शुभफल कम हो जाता है। सप्तम में जाने से ही स्थिति में शुभ बदलाव होगा।
4. कन्या ( Virgo ) : आपकी राशि में बुध पहले और दसवें भाव का स्वामी होकर परिवार, धन और वाणी के दूसरे भाव में गोचर करेगा। इसके बाद तीसरे भाव में गोचर करेगा। इसे परिवार में सुख और यात्रा का योग बनेगा। इसी दौरान आपकी राशि के सूर्य बारहवें घर का स्वामी होकर तीसरे घर में गोचर करेगा तब समय और भी अच्छा हो जाएगा। हालांकि 20 नवंबर को बृहस्पति का छठे भाव में गोचर सही नहीं है। इसीलिए सेहत और संबंधों पर ध्यान देना होगा।
5. धनु ( Sagittarius ) : धनु राशि के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी होकर धन, कामना और लाभ के एकादश भाव में गोचर करेगा। इसके बाद बुध व्यय और विदेशी लाभ के बारहवें भाव में गोचर करेगा। इसी दौरान धनु राशि के लिए सूर्य नवम भाव का स्वामी होकर व्यय, मोक्ष और विदेशी लाभ के 12वें भाव में गोचर करेगा। बृहस्पति के कुंभ राशि में आने से परिवार में सुख बढ़ेगा। बृहस्पति का दूसरे भाव में गोचर परिवार और धन की दृष्टि से शुभ है। आपके लिए यह गोचर उत्तम रहेगा। परिवार में खुशियां होंगी।
6. मकर ( Capricorn ) : मकर राशि के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी होकर दशम भाव में गोचर करेगा और इसके बाद एकादश भाव में गोचर करगे। मकर राशि के जातकों के लिए यह समय फलदायी रहने वाला है। इसी दौरान सूर्य अष्टम भाव का स्वामी होकर आय, लाभ और इच्छा के ग्यारहवें भाव में गोचर करगे तो सकारात्मक लाभ देगा। 20 नवंबर के बाद बृहस्पति कुंभ राशि में होंगे तब आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत रहेगी।
7. कुंभ ( Aquarius ) : कुंभ राशि के लिए बुध पंचम और आठवें भाव का स्वामी है और भाग्य के नवम भाव में गोचर करेगा और इसके बाद दशम भाव में गोचर करेगा। आपके लिए अपने पेशेवर साम्राज्य का निर्माण करने के लिए यह गोचर भाग्य के द्वार खोलने वाला है। इसी दौरान सूर्य सप्तम भाव का स्वामी होकर दसवें भाव में गोचर करेगा तो और उत्तम फल की प्राप्ति होगी। 20 नवंबर के बाद सेहत में भी सुधार होगा और आर्थिक स्थिति में भी।
इन 5 राशियों को रहेगी थोड़ी मुश्किल
1. वृषभ ( Taurus ) : वृषभ राशि के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है, जो ऋण, शत्रु और दैनिक मजदूरी के छठे भाव में गोचर कर रहा है। मतलब यह समय ठीक नहीं है परंतु जब बुध आपके विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर करेगा तब समय ठीक होगा। सूर्य आपकी राशि के चतुर्थ भाव का स्वामी होकर सप्तम भाव में गोचर करेगा। सप्तम भाव में सूर्य नीच का माना जाता है। हालांकि इस दौरान वह वृश्चिक में रहेगा। फिर भी साझेदारी के काम और दांपत्य जीवन को यह प्रभावित करेगा। 20 नवंबर को बृहस्पति का गोचर दशम भाव में होने से कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थिति हो सकती है।
2. तुला ( Libra ) : तुला चंद्र राशि के लिए बुध बारहवें और नौवें भाव का स्वामी होकर लग्न में गोचर करेगा। जब तक बुध तुला में रहेगा यह समय अच्छा नहीं रहेगा। इसके बाद जब वह वृश्चिक में पहुंचकर आपकी राशि के द्वादश में गोचर करेगा तब समय अच्छा होगा। हालांकि सुखद बात यह है कि जब आपकी राशि के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव का स्वामी होकर दूसरे भाव में गोचर करेगा तब परिवार में सुख और समृद्धि लेकर आएगा। इसके बाद 20 नवंबर को जब बृहस्पति आपकी कुंडली के पंचम भाव में पहुंच जाएंगे तब भाग्य साथ देगा और शरीर भी। आय के स्रोत बढ़ेंगे।
3. वृश्चिक ( Scorpio ) : वृश्चिक राशि के लिए बुध एकादश और आठवें भाव का स्वामी है और बारहवें भाव में व्यय, हानि और विदेशी लाभ के भाव में गोचर करेगा। तब तक का समय ठीक नहीं है। इसके बाद बुध इसी माह लग्न में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आपको मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना। इस दौरान आपकी राशि के दसम भाव का स्वामी सूर्य भी लग्न में गोरच करेगा। ऐसे में आपके स्वाभव में परिवर्तन देखने को मिलेगा। तब तक का समय ठीक नहीं है परंतु 20 नवंबर को बृहस्पति राशि परिवर्तन करके चतुर्थ भाव में आए जाएंगे। इसे सुखों में बढ़ोतरी होगी। माता की सेहत में भी सुधार होगा।
4. मिथुन ( Gemini ) : मिथुन राशि के लिए चौथे भाव का स्वामी बुध पंचम भाव में गोचर करेगा। व्यावसायिक दृष्ट से यह गोचर सही है, परंतु परिवार पर ध्यान देना होगा। इसके बाद जब बुध वृश्चिक में गोचर करते हुए यह आपके छठे भाव में गोचर करेगा तब कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। परंतु इसी दौरान सूर्य जब आपकी राशि के छठे भाव में गोचर करेंगे तब आपको सफलता मिलेगी। फिर 20 नवंबर को बृहस्पति के गोचरवश नवम भाव में जाने से स्थितियों में तेजी से सुधार होगा।
5. मीन ( Pisces ) : मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में गोचर करेगा जो भी शुभ नहीं माना जा रहा है। इसके बाद यह नवम भाव में गोचर करेगा जो आपमें धार्मिक प्रवृत्ति बढ़ाएगा। इसी दौरान मीन राशि के लिए सूर्य छठे भाव का स्वामी होकर नौवें भाव में गोचर करेगा तब आपको और भी मेहनत करने की जरूरत होगी। हलांकि यह मुला जुला समय ही रहेगा। परंतु इसके बाद बृहस्पति बारहवें भाव में पहुंच जाएंगे। इससे सेहत संबंधी कुछ चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं। शत्रु सक्रिय रहेंगे। शेयर बाजार, लाटरी या सट्टे जैसा कोई कार्य करेंगे तो हानि होने की संभावना है।