इस वर्ष भाद्रपद कृष्ण पक्ष जन्माष्टमी 24 या 25 अगस्त को लेकर संशय बना हुआ है। कृष्ण जन्म के लिए धर्मसिन्धु के अनुसार महत्वपूर्ण अष्टमी तिथि 24 की रात 10.16 मिनट से 25 की रात 8.07 मिनट तक रहेगी तथा रोहिणी नक्षत्र 25 को मध्याह्न 12.05 मिनट से 26 प्रात: 10.51 मिनट तक रहेगा।
अत: स्पष्ट है कि 24 को पूर्ण रात्रि अष्टमी तथा 25 को पूर्ण रात्रि रोहिणी नक्षत्र रहेगा। अष्टमी 24 की रात को होने से स्मार्त जन्माष्टमी व्रत 24 को तथा वैष्णव 25 की रात्रि को जन्माष्टमी मनाएंगे। अष्टमी और रोहिणी दोनों ही 25 को अधिक होने से पूरे देश में अधिकतर जगह 25 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
श्रीकृष्ण जन्म दुर्लभ है। सालों में नहीं, युगों में ऐसे ज्योतिष योग आते हैं, जो कृष्ण जन्म के समय थे। लगभग 5043 वर्ष पहले ऐसे योग थे जिनमें कृष्ण का जन्म हुआ।
उससे इस दिन की तुलना यदि की जाए तो इस बार भी चन्द्र, सूर्य, बुध तीनों न केवल उसी स्वराशि में बल्कि उन्हीं भावों में हैं, जो कृष्ण जन्म के समय थे। रोहिणी नक्षत्र, उच्च वृषभ राशि में चन्द्र, कन्या का बुध अमृत सिद्धि तथा सर्वार्थ सिद्धि योग में हुआ था, जो कि इस बार भी रहेगा।