इस बार मंगलवार, 15 दिसंबर 2020 को सूर्य धनु राशि में आ रहा है। जब तक सूर्य मकर राशि में संक्रमित नहीं होते तब तक किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। भारतीय पंचांग के अनुसार जब सूर्य धनु राशि में संक्रांति करते हैं तो यह समय शुभ नहीं माना जाता है।
इस वर्ष मलमास मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होकर 14 जनवरी 2021, गुरुवार पौष शुक्ल प्रतिपदा तिथि तक जारी रहेगा। हिन्दू धर्म के अनुसार खरमास के दिनों में सुबह सूर्योदय से पहले उठकर अपने नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाना चाहिए और दिनभर भगवान श्रीविष्णु के नाम का जाप करना चाहिए। इन दिनों के बीच कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। खरमास के दिनों निम्न मंत्रों का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा हर दिशा से सफलता मिलेगी।
आइए जानें खरमास के खास एवं सरलतम मंत्र .-
1. भगवान विष्णु का स्मरण कर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' इस द्वादश मंत्र का जाप करें।
2. कौण्डिन्येन पुरा प्रोक्तमिमं मंत्र पुन: पुन:।
जपन्मासं नयेद् भक्त्या पुरुषोत्तममाप्नुयात्।।
ध्यायेन्नवघनश्यामं द्विभुजं मुरलीधरम्।
लसत्पीतपटं रम्यं सराधं पुरुषोत्तम्।।
अर्थ- इस मंत्र का मतलब है कि मंत्र जपते समय नवीन मेघश्याम दोभुजधारी बांसुरी बजाते हुए पीले वस्त्र पहने हुए श्रीराधिकाजी के सहित श्रीपुरुषोत्तम भगवान का ध्यान करना चाहिए।
3. गोवर्धनधरं वन्दे गोपालं गोपरूपिणम्।
गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिकाप्रियम्।।
4. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
5. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।