Kharmas 2023 : वर्ष में 2 बार खरमास लगता है। हर सौर वर्ष में एक सौर खरमास कहलाता है। अधिकमास अलग होता है और खरमास अलग। खरमास में सूर्य की गति धीमी पड़ जाती है और हवाओं में ठंडक भी रहती है। खरमास के लगते ही विवाह आदि सभी तरह के मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार खरमास 15 मार्च को प्रारंभ हुआ था। सूर्य से 15 मार्च को मीन राशि में प्रवेश किया था तब से खरमास प्रारंभ हुआ और यह इस माह यानी 14 अप्रैल को मेष राशि में जब प्रवेश करेगा तो खरमास समाप्त हो जाएगा।
खरमास का मीन संक्रांति से क्या है कनेक्शन : जब सूर्य, बृहस्पति की राशि धनु राशि या मीन राशि में प्रवेश करते हैं तब से ही खरमास आरंभ होता है। माना जाता है कि इस दौरान सूर्य की गति मंद पड़ जाती है। पंचाग के अनुसार यह समय सौर पौष मास का होता है जिसे खरमास कहा जाता है। खरमास को मलमास भी कहा जाता है। खरमास में खर का अर्थ 'दुष्ट' होता है और मास का अर्थ महीना होता है। मान्यता है कि इस माह में मृत्यु आने पर व्यक्ति नरक जाता है।