जीवन में धर्म पालन के अलावा भी हमारे द्वारा किए गए ऐसे कई कार्य होते हैं, जो ग्रहों और देवी-देवताओं को प्रसन्न करने या उन्हें नाराज करने में अहम भूमिका निभाते हैं। घर में सुख-समृद्धि, खुशहाली और धन की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी की कृपा होना अति आवश्यक है। इसके विपरीत यदि मां लक्ष्मी नाराज हो जाएं तो मनुष्य धन, खुशी, सुख और समृद्धि से वंचित हो जाता है।
इसके लिए आवश्यक है कि हम मन, वचन और कर्म से उन बातों का विशेष ध्यान रखें जो मां लक्ष्मी को नाराज कर सकती हैं या उनकी कृपा से आपको वंचित कर सकती है।
घर की स्त्रियां भी मां लक्ष्मी का ही रूप होती हैं और स्त्री में मर्यादा, लज्जा, क्षमा, शील, स्नेह और ममता अलंकारों के समान है। इसलिए घर की स्त्रियों को इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।
हिंदू शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता" यानि जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं।
इसलिए स्त्रियों का अपमान न करें। घर के पुरुषों को, स्त्रियों की गरिमा और सम्मान का ध्यान रखना चाहिए। जिस घर में स्त्रियां प्रसन्न नहीं होता, वहां लक्ष्मी कभी निवास नहीं करती।
क्रोध, ईर्ष्या, हिंसा न करें। घर में प्रेम तथा जीवंतता का संचार होना आवश्यक है। इसलिए घर में क्रोध और लड़ाई-झगड़ों से इसे समाप्त नहीं कर देना चाहिए।