31 मई 2020, रविवार को महेश नवमी है। हर साल ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी मनाई जाती है। महेश नवमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करने से लेकर अपार सुख, धन संपदा, अखंड सौभाग्य और प्रसन्नता में वृद्धि होती है।
आइए जानें कैसे करें शिव जी का पूजन और कौन-से मंत्र जपें-
पूजन विधि-
* महेश नवमी के दिन शिवलिंग तथा भगवान शिव परिवार का पूजन-अभिषेक किया जाता है।
* भगवान शिव को पुष्प, गंगा जल और बेल पत्र आदि चढ़ाकर पूजन किया जाता है।
* डमरू बजाकर भगवान शिव की आराधना की जाती है।
* मां पार्वती का पूजन एवं स्मरण करके विशेष आराधना की जाती है।
पढ़ें ये मंत्र -
महेश नवमी के दिन पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके मंत्रों का जाप करना चाहिए। जप के पूर्व शिव जी को बिल्वपत्र अर्पित करना चाहिए। उनके ऊपर जलधारा अर्पित करना चाहिए। निम्नानुसार मंत्र जाप कर आप शिव को प्रसन्न कर सकते हैं।
* नमो नीलकण्ठाय।
* प्रौं ह्रीं ठः।
* ऊर्ध्व भू फट्।
* ॐ नमः शिवाय।
* ॐ पार्वतीपतये नमः।
* ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
* ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।
* इं क्षं मं औं अं।
महेश नवमी पूजन मुहूर्त-
31 मई 2020, रविवार
इस बार नवमी तिथि प्रारंभ 30 मई 2020, शनिवार को 19.55 मिनट पर होगा और 31 मई 2020, रविवार को 17.35 पर नवमी तिथि समाप्त होगी।