अगस्त माह की 27 तारीख को मंगल अपनी राशि परिवर्तन कर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के सिंह राशि में प्रवेश करते ही सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग का सृजन होगा। आइए जानते हैं कि इस योग का विभिन्न राशियों पर कैसा असर होगा-
मेष- संतान को कष्ट होगा। धन हानि के योग हैं। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण कष्ट होगा।
वृष-जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में हानि होगी। माता को कष्ट होगा। वाहन दुर्घटना की संभावना है। पारिवारिक सुख में कमी के कारण मानसिक अशांति होगी। ह्रदय संबंधी रोग के कारण कष्ट होगा। अपमान व जनविरोध होगा।
मिथुन-साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। शत्रु पराभव होगा। राज्याधिकारियों से लाभ होगा।
कर्क-साहस में कमी आएगी। धन नाश होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। राज्य की ओर से दण्ड प्राप्त होगा। चोरों से नुकसान की संभावना है।
सिंह-कार्य असफ़ल होंगे। दुर्घटना के कारण कष्ट होगा। अग्नि व रक्त विकार के कारण कष्ट होगा। शत्रुओं से कष्ट की प्राप्ति होगी।
कन्या-व्यय अधिक होगा। प्रवास के योग बनेंगे। नेत्रों में परेशानी के कारण कष्ट होगा। बन्धु-बान्धवों से विवाद होगा। स्त्री से कलह होगा।
तुला-आय में वृद्धि होगी। कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। लाभ होगा। सम्पत्ति से लाभ होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
वृश्चिक-कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। दुर्घटना की संभावना है। चोरी के कारण धन हानि होगी।
धनु-साहस में कमी होगी। शल्य चिकित्सा के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। बन्धु-बान्धवों से कष्ट होगा। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा।
मकर-धन हानि होगी। प्रवास की संभावनाएं बनेंगी। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। शस्त्राघात व दुर्घटना की संभावना है। बन्धु-बान्धवों से विवाद होगा।
कुम्भ-स्त्री से कलह होगा। बन्धु-बान्धवों से कष्ट होगा। मानसिक व शारीरिक कष्ट होगा। दाम्पत्य सुख में कमी आएगी।
मीन-शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। धन वृद्धि होगी।
अशुभ मंगल की शांति के उपाय-
1. 250 ग्राम बताशे मंगलवार के दिन बहते जल में प्रवाहित करें।
2. मंगलवार को किसी से कोई भेंट स्वीकार ना करें।
3 . प्रतिदिन "ॐ अं अंगारकाय नम:" मंत्र की 1 माला जाप करें।
4. मंगलवार को हनुमान जी को चोला चढ़ाएं व हनुमान चालीसा का पाठ करें।
5 . लाल वस्त्रों का प्रयोग ना करें।
6 . लाल वस्त्र में मसूर की दाल, तांबा, गुड़, लाल पुष्प, रक्त चंदन रखकर एक पोटली बनावें और उस पोटली को मंगलवार के दिन हनुमान मन्दिर में अर्पित करें अथवा बहते जल में प्रवाहित करें।
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया