Margashirsha Maas 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के बाद मार्गशीर्ष मास का माह प्रारंभ होता है। यह माह कार्तिक पूर्णिमा के बाद से प्रारंभ होता है जो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 9 नवंबर 2022 बुधवार को प्रारंभ होकर यह माह 8 दिसंबर गुरुवार को समाप्त होगा। आओ जानते हैं कि इस मास को मार्गशीर्ष या अगहन मास क्यों कहते हैं।
गीता में स्वयं भगवान ने कहा है कि- मासाना मार्गशीर्षोऽयम्।
इस माह में श्रीकृष्ण की पूजा का खास महत्व है, क्योंकि इस माह में उन्होंने गीता का ज्ञान दिया था।
क्यों कहते हैं मार्गशीर्ष: शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष महीने का संबंध मृगशिरा नक्षत्र से भी है। इसी नक्षत्र के कारण इस माह का नाम मार्गशीर्ष माह पड़ा। हिंदू कैलेंडर (Hindu Calander) के अनुसार कार्तिक माह के बाद मार्गशीर्ष माह की शुरुआत होती है, जो नौवां महीना माना गया है।
अगहन का क्या है अर्थ : दरअसल, पहले इसे अग्रहायण कहते थे जो बिगड़कर स्थानीय भाषा में अगहन हो गया। प्राचीन वैदिक क्रम के अनुसार वर्ष का आरंभ अग्रहन से माना जाता था। अग्र यानी आगे और पहला। यह गुजरात और दक्षिण भारत में अभी भी मान्य है, परंतु उत्तर भारत में वर्ष का आरंभ चैत्र मास माना जाता है।