मंगल बदलेगा अपना घर, विभिन्न राशियों पर कैसा होगा असर...
मंगल राशि परिवर्तन का 12 राशियों पर क्या होगा असर, जानिए...
16 जुलाई को दोपहर 3 बजे से मंगल अपनी नीच राशि में प्रवेश कर रहा है। मंगल चन्द्र की राशि कर्क में नीच का होता है। इस परिवर्तन का क्या होगा आपकी राशि पर असर, आइए जानें....
मेष राशि वालों के लिए मंगल लग्नेश व अष्टमेश है। चतुर्थ भाव में होने से पारिवारिक मामलों में दिक्कतें आएंगी। मकान-भूमि संबंधित कार्यों में रुकावटों का सामना करना पड़ेगा। स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। माता के स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। प्रभाव में कमी महसूस करेंगे।
आगे पढ़ें शेष राशियों पर क्या होगा प्रभाव...
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल द्वादशेश व सप्तमेश है। तृतीय भाव से भ्रमण करने से पराक्रम में कमी, साझेदारी
में नुकसान, बाहरी संबंधों में बिगाड़, दांपत्य जीवन में बाधा रहेगी।
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल एकादशेश व षष्टेश है। द्वितीय भाव से भ्रमण करने से वाणी में संयम रखें। कुटुम्ब के मामलों में सावधानी रखें। आर्थिक सावधानी रखें। शत्रु से परेशान रह सकते हैं।
कर्क राशि वालों के लिए मंगल दशमेश व पंचमेश है। लग्न से भ्रमण करने से स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी में सावधानी बरतें। संतान की चिंता रह सकती है। विद्यार्थी वर्ग सावधानी रखें।
सिंह राशि वालों के लिए मंगल नवमेश व चतुर्थेश है। द्वादश भाव से भ्रमण करने से बाहरी मामलों में सावधानी रखना होगी। भाग्य के मामलों में बाधा आएगी। मानसिक बेचैनी महसूस करेंगे। पारिवारिक सावधानी रखें।
कन्या राशि वालों के लिए मंगल अष्टमेश व तृतीयेश है। एकादश भाव से भ्रमण करने से आय के मामलों में बाधा रहेगी। पराक्रम में कमी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। साझेदारी के कार्य में संभलकर चलें। वाहनादि सावधानी से चलाएं।
तुला राशि वालों के लिए मंगल सप्तमेश व द्वितीयेश है। दशम भाव से भ्रमण करने से पिता को कष्ट, नौकरी में परेशानी, व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। जीवनसाथी से वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। वाणी पर संयम बरतें।
वृश्चिक राशि वालों को मंगल षष्टेश व लग्नेश है। भाग्य भाव से भ्रमण करने से भाग्य में रुकावट, बनते कार्य में बाधा, धर्म के प्रति अरुचि, प्रभाव में कमी, शत्रु वर्ग से परेशानी रहती है। कोर्ट संबंधित मामलों में सावधानी रखें।
धनु राशि वालों के लिए मंगल पंचमेश व द्वादशेश है। अष्टम में होने से संतान विद्या के क्षेत्र में बाधा का सामना कर सकती है। बाहरी मामलों में संभलकर चलना होगा। वाहनादि सावधानी से चलाएं। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
मकर राशि वालों के लिए मंगल चतुर्थ व एकादशेश है। सप्तम भाव से भ्रमण करने से पारिवारिक चिंता रह सकती है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना हागा। दांपत्य जीवन में सावधानी रखें। वाद-विवाद से बचें। आर्थिक मामलों में संभलकर चलें।
कुंभ राशि वालों के लिए तृतीय व दशम भाव का मंगल षष्ट भाव से भ्रमण करने से शत्रुओं से परेशानी, व्यापार-व्यवसाय में रुकावट, नौकरी में बाधा, पराक्रम में कमी की संभावना रहेगी। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
मीन राशि वालों के लिए मंगल द्वितीय व भाग्य का स्वामी है। पंचम से भ्रमण करने से विद्यार्थी वर्ग को संभलकर चलना होगा। भाग्य के मामलों में रुकावटें आ सकती हैं। वाणी पर संयम बरतें। उधार देने से बचें।
ये करें उपाय...
मंगल की नीच अवस्था में बजरंग बाण का जाप करें। लाल मुंह के बंदर को गुड़ खिलाएं। चने का प्रसाद वितरित करें। बजरंगबली के मंदिर में मंगलवार को तेल का दीपक प्रज्वलित करें। लाल कपड़े में सवा पाव गुड़ किसी मंदिर में चढ़ाएं। इस प्रकार मंगल के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।