मंगल का कन्या राशि में प्रवेश-
24 सितंबर 2019, मंगलवार की अर्द्धरात्रि में मंगल ने गोचरवश अपनी राशि परिवर्तन करके कन्या राशि में प्रवेश कर लिया है। सामान्यत: मंगल 57 दिनों में अपनी राशि बदलते हैं।
मंगल को ज्योतिष शास्त्र में सेनापति माना गया है। मंगल समस्त साहसिक कार्य जैसे सेना, अग्निशमन सेवाएं, पुलिस आदि के साथ-साथ प्रशासनिक दक्षता का भी प्रतिनिधित्व करता है।
मंगल अग्नि तत्व ग्रह होने के साथ-साथ एक उत्तेजनात्मक ग्रह भी है। मंगल में मारणात्मक शक्ति का आधिक्य होता है। जिस जातक का मंगल प्रबल होता है वह सामान्यत: क्रोधी व उत्तेजनात्मक स्वभाव वाला होता है। मंगल का कन्या राशि में प्रवेश समस्त 12 राशियों वाले जातकों को न्यूनाधिक रूप में प्रभावित करेगा। जानते हैं द्वादश राशियों पर मंगल का गोचर कैसा प्रभाव देगा-
1. मेष- मेष राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। धन वृद्धि होगी। मेष राशि का स्वामी भी मंगल है अत: मेष राशि वाले जातकों के लिए मंगल कन्या राशि में गोचर विशेष शुभ रहेगा।
2. वृष- वृष राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार संतान को कष्ट होगा। धन हानि के योग हैं। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण कष्ट होगा।
3. मिथुन- मिथुन राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में हानि होगी। माता को कष्ट होगा। वाहन दुर्घटना होने की संभावना है। पारिवारिक सुख में कमी के कारण मानसिक अशांति होगी। ह्रदय संबंधी रोग के कारण कष्ट होगा। अपमान व जनविरोध होगा।
4. कर्क- कर्क राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। शत्रु पराभव होगा। राज्याधिकारियों से लाभ होगा। सेना, पुलिस व अग्निशमन सेवा से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति संभव है।
5. सिंह- सिंह राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार साहस में कमी आएगी। धन नाश होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। राज्य की ओर से दण्ड प्राप्त होगा। चारों से नुकसान की संभावना है।
6. कन्या- कन्या राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार कार्य असफ़ल होंगे। दुर्घटना के कारण कष्ट होगा। अग्नि व रक्त विकार के कारण कष्ट होगा। शत्रुओं से कष्ट की प्राप्ति होगी।
7. तुला- तुला राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार व्यय अधिक होगा। प्रवास के योग बनेंगे। नेत्रों में परेशानी के कारण कष्ट होगा। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। स्त्री से कलह होगी।
8. वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार आय में वृद्धि होगी। कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। बंधु-बांधवों से लाभ होगा। संपत्ति से लाभ होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
9. धनु- धनु राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। दुर्घटना होने की संभावना है। चोरी के कारण धन हानि होगी। साहस-पराक्रम में कमी आएगी। मन निराश रहेगा। दाम्पत्य सुख में अवरोध आएगा।
10. मकर- मकर राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार साहस में कमी होगी। शल्य चिकित्सा के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। बंधु-बांधवों से कष्ट होगा।
11. कुंभ- कुंभ राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार धन हानि होगी। प्रवास की संभावनाए बनेंगी। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। शस्त्राघात व दुर्घटना की संभावना है। बंधु-बांधवों से विवाद होगा।
12. मीन- मीन राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार स्त्री से कलह होगी। बंधु-बांधवों से कष्ट होगा। मानसिक व शारीरिक कष्ट होगा। मन में खिन्नता रहेगी। पराक्रम में कमी महसूस करेंगे। पुलिस, सेना व अग्निशमन सेवा से जुड़े व्यक्तियों का स्थानांतरण होने की संभावना है।
मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने हेतु उपयोगी उपाय-
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1. मंगलवार के दिन 250 ग्राम बताशे बहते जल में प्रवाहित करें।
2. मंगलवार को किसी से कोई भेंट स्वीकार ना करें।
3. प्रत्येक मंगलवार हनुमान जी को सिन्दूर अर्पण कर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
4. लाल वस्त्रों का प्रयोग ना करें।
5. मंगल यन्त्र की नित्य पूजा करें।
6. मंगलवार के दिन मंगल का दान करें।
(दान सामग्री-लाल वस्त्र, गुड़, मूंगा, मसूर की दाल, तांबा, रक्त चंदन, लाल पुष्प आदि)
(निवेदन- उपर्युक्त विश्लेषण ग्रह-गोचर की गणना पर आधारित है। जन्मपत्रिका में ग्रहस्थिति एवं दशाओं के कारण इसमें परिवर्तन संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमंत रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केंद्र